वरिष्ठ सपा नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद बलिहारी बाबू का कोरोना से निधन, अखिलेश ने कहा- अपूरणीय क्षति
लखनऊ, अप्रैल 28: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व राज्यसभा सांसद बलिहारी बाबू का बुधवार की सुबह निधन हो गया है। बलिहारी बाबू कोरोना से संक्रमित थे। उनका इलाज आजमगढ़ के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। बुधवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है। अखिलेश ने ट्वीट किया, 'अत्यंत दुःखद! सपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व राज्यसभा सांसद एवं बहुजन आंदोलन के योद्धा श्री बलिहारी बाबू जी का निधन, अपूरणीय क्षति। दिवंगत आत्मा को शांति दे भगवान। शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना। भावभीनी श्रद्धांजलि।'
बसपा से दो बार पहुंचे राज्यसभा
बलिहारी बाबू को बसपा से दो बार राज्यसभा जाने का मौका मिला। 2006 में कांशीराम के निधन के बाद वर्ष 2007 में उन्हें फिर राज्यसभा जाने का मौका मिला, लेकिन उन्होंने अपने स्थान पर दूसरे को राज्यसभा भेज दिया था। कांशीराम के निधन के बाद जब बलिहारी बाबू की ईमानदारी और वफादारी पर सवाल उठाए जाने लगे और उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया।
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2020 में थामा था सपा का दामन
इसके बाद उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की और कांग्रेस के टिकट पर 2014 में लालगंज सीट से उम्मीरवार रहे। लोकसभा चुनाव के बाद वर्ष 2017 में वह फिर से बसपा में शामिल हो गए, लेकिन पार्टी में उन्हें उपेक्षा का सामना करना पड़ा। फिर क्या था, उन्होंने 2020 में बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। वर्तमान समय में वह सपा में थे। बता दें, बलिहारी बाबू ने कांशीराम के साथ मिलकर बहुजन समाज के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।