Priyanka Gandhi ने तस्वीर ट्वीट कर योगी सरकार पर कसा तंज, कहा- 'विज्ञापन की सरकार, झूठा प्रचार'
लखनऊ। उत्तर प्रदेश प्रभारी व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रोजगार के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरने का प्रयास किया है। प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को अपने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर शेयर करते हुए कहा है कि यूपी के युवाओं से 70 लाख नौकरियों का वादा था, मगर लाखों भर्तियां अभी भी खाली पड़ी हैं।
'विज्ञापन की सरकार, झूठा सारा प्रचार': प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने शुक्रवार (12 मार्च) को रोजगार के मुद्दे पर घेरते हुए यूपी की योगी आदित्यनाथ पर पर हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, 'विज्ञापन की सरकार, झूठा सारा प्रचार, ट्विटर पर बांटे नौकरी, युवा को किया दरकिनार। योगीजी, ये जो पब्लिक है, सब जानती है। यूपी के युवाओं से 70 लाख नौकरियों का वादा था मगर लाखों भर्तियां खाली पड़ी हैं। युवा भर्तियों, परिणामों व ज्वाइनिंग का इंतजार करते-करते परेशान हैं। #जॉब_दो'
ट्रोल होने के बाद किया डिलीट किया गया ट्वीट
दरअसल, प्रियंका गांधी का ये ट्वीट उस वक्त सामने आया है, जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यना के ऑफिस के ट्विटर हैंडर से दुर्गेश चौधरी नाम के एक शख्य का वीडियो शेयर किया गया था। जिसे ट्रोल होने के बाद में डिलीट कर दिया गया था। बता दें कि वीडियो में दावा किया गया था कि दुर्गेश चौधरी नाम के एक शख्स को लेखपाल की नौकरी मिली है। हालांकि, ट्वीट करते ही ट्विटर पर हंगामा मच गया और विपक्ष ने योगी सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया।
सरकारी नौकरी का दावा किए जाने वाले वीडियोज किए जा रहे है शेयर
बता दें कि चार साल में चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दिए जाने का दावा करते हुए पिछले कुछ दिनों से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के ऑफिस के ट्विटर हैंडल से कुछ वीडियोज शेयर किए जा रहे है। ऐसा ही एक वीडियो 10 मार्च को भी शेयर किया गया था। शेयर किए गए इस ट्वीट में लिखा था, 'सरकारी नौकरी हेतु आयोजित परीक्षाओं के समयबद्ध परिणामों एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज को धन्यवाद ज्ञापित करते दुर्गेश चौधरी। दुर्गेश चौधरी की नियुक्ति राजस्व लेखपाल के पद पर पूर्ण पारदर्शिता के साथ हुई है।'
ट्वीट वायरल हुआ तो उठने लगे सवाल
दुर्गेश चौधरी का वीडियो वायरल हुआ तो सीएम योगी आदित्यनाथ के ट्वीट पर सवाल उठने लगे। दरअसल, सवाल ये कि साल 2015 के बाद से जब लेखपाल पद के लिए वैकेंसी ही नहीं निकली तब दुर्गेश चौधरी को नौकरी कैसे मिली। आपको बता दें कि साल 2015 में लेखपाल भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू हुई थी। उस वक्त यूपी में अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। इस बीच समाजवादी पार्टी के नेताओं ने भी ट्विटर पर दावा करना शुरू कर दिया कि दुर्गेश चौधरी की भर्ती समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में हुई थी।
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