फर्जी कोरोना रिपोर्ट लेकर जेल में बंद PFI सदस्यों से मिलने पहुंचीं महिलाएं, केस दर्ज
लखनऊ, 27 सितंबर: लखनऊ के जिला जेल में न्यायिक हिरासत में पीएफआई के सदस्य अंसद बदरुद्दीन और फिरोज के परिजनों द्वारा फर्जी RT-PCR रिपोर्ट लगाकर मुलाकात करने की कोशिश की गई। जेल प्रशासन ने अंसद बदरुद्दीन व फिरोज के परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
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विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार हुए थे बदरुद्दीन और फिरोज
बता दें, एटीएस ने कश्मीर निवासी बदरुद्दीन और फिरोज को फरवरी में राजधानी से विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार किया था। दोनों को देशद्रोह और विस्फोटक अधिनियम के आरोप में जेल भेजा गया था। पुलिस कमिश्नर ने 23 सितंबर को दोनों बन्दियों को कोर्ट में भौतिक रूप से पेश कराए जाने पर सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था प्रभावित होने के साथ अप्रिय घटना की आशंका जताई थी, जिसके चलते दोनों बंदी कोर्ट नहीं जा रहे थे।
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फर्जी रिपोर्ट लगाकर जेल में मिलने पहुंचीं महिलाएं
जानकारी के मुताबिक, बीते रविवार को चार महिलाएं बदरुद्दीन और फिरोज से मिलने जेल पहुंचीं। जेलकर्मियों को कोरोना रिपोर्ट संदिग्ध लगने पर जेल वरिष्ठ अधीक्षक आशीष तिवारी को इसकी जानकारी दी गई। उन्होंने संबंधित लैब से बात कर रिपोर्ट की पड़ताल कराई तो रिपोर्ट फर्जी निकली। जेल प्रशासन ने महिलाओं को पुलिस के हवाले कर दिया। जेलर ने महिलाओं को गोसाईंगंज पुलिस के सुपुर्द कर कर कार्रवाई के लिए तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने इन महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।