पांच दिन तक शव को घर से नहीं निकलने दिया गया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में उमाशंकर हत्याकांड के बाद लाश को पांच दिनों तक घर से नहीं उठने दिया गया। सिंहौली गांव में भट्टा कारोबारी उमाशंकर मौर्य की हत्या के बाद परिजनों ने इंसाफ की गुहार के लिए पांच दिन तक शव को घर से नहीं उठने दिया।
सपा विधायक के भाई की गाड़ी रोकी तो गोली मार दी, मौके पर ही मौत
पांच दिन तक लाश घर में रहने के बाद आखिरकार प्रशासन ने परिजनों की गुहार सुनी और मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की सिफारिश कर दी है। प्रशासन के आश्वासन के बाद परिवार वालों ने शव का अंतिम संस्कार किया और जल्द इंसाफ की मांग की। उमाशंकर की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। यही नहीं छह महीने पहले उनके भाई की भी हत्या कर दी गयी थी।
लेकिन इस बार उमाशंकर के परिजनों ने इंसाफ के लिए किसी भी हद ताके जाने का मन बैठा लिया था। जिलाधिकारी और एसपी की तमाम कोशिशों के बाद भी परिजनों ने झुकना स्वीकार नहीं किया। उमाशंकर हत्याकांड मामले की गूंज विधानसभा में सुनाई दी जिसके बाद सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को देने की सिफारिश कर दी है।