यूपी पंचायत चुनाव में ड्यूटी में लगे 2 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की कोरोना से मौत, कर्मचारी संघ का दावा
लखनऊ, मई 07: उत्तर प्रदेश कर्मचारी संघ संयुक्त परिषद का दावा है कि प्रदेश में दो हजार शिक्षक और कर्मचारियों की त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान जान चली गई। संघ ने प्रदेश सरकार से मृतक कर्मचारियों और शिक्षकों के आश्रितों को 50-50 लाख रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है। संघ के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान हजारों की संख्या में शिक्षक और कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए। इनमें से करीब एक हजार शिक्षकों और इतने ही कर्मचारियों की कोरोना के कारण मौत हो गई। तिवारी ने कहा कि इसके अलावा बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित कर्मचारियों और शिक्षकों के संपर्क में आए उनके परिवारजनों की भी मौत हुई है।
संघ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि 8 दिन पहले ही 706 ऐसे शिक्षकों की लिस्ट तैयार की गई है, जिनकी कोरोना से जान गई है। इनकी ड्यूटी पंचायत चुनाव में लगाई गई थी। अब संघ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर ये जानकारी दी है। संघ ने 10 पन्नों की चिट्ठी के साथ ये लिस्ट भी भेजी है। उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत मृतकों के परिवारजन को 50-50 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी देनी चाहिए।
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बेसिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष ने कहा- जांच की जा रही है
इस मामले में पर बेसिक शिक्षा परिषद ने कहा कि शिक्षक संघ की तरफ से सूचना और पत्र मिला है। बेसिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि हमें जो पत्र और सूची मिली है उसकी जांच की जा रही है उसके बाद ही इस मामले पर आगे कोई टिप्पणी की जा सकेगी। बता दें, उत्तर प्रदेश में रोज हजारों की संख्या में कोरोना के मामले समाने आ रहे हैं। गुरुवार को 26,622 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के बाद प्रदेश में कोरोना से ग्रसित होने वालों की संख्या 14,25,916 पहुंच गई है। अगर एक्टिव मामलों की बात करें तो प्रदेश में इस समय 2,59,844 कोरोना के सक्रिय मामले हैं।