बीजेपी का नया नाम 'भूमिगत जनविरोधी पार्टी' होना चाहिए: अखिलेश यादव
akhilesh yadav says now BJP new name should be underground anti people party: लखनऊ। कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसान आंदोलन (Farmers Protest) का आज 71वां दिन है। दिल्ली (Delhi) की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान (Farmers) अपना आंदोलन तेज करने की तैयारी में जुटे हैं। किसान आंदोलन के समर्थन में कई राजनीतिक दल और दिग्गत नेता केंद्र सरकार व भाजपा (BJP) के खिलाफ खड़े हो गए हैं। एक के बाद एक इस्तीफे हो रहे हैं। इस पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने भाजपा को नफरत बांटने वाली पार्टी करार देते हुए कहा कि ये लोग भूमिगत हो गए हैं।
अखिलेश ने कहा- बीजेपी का नया नाम 'भूमिगत जनविरोधी पार्टी'
अखिलेश यादव ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'बीजेपी की किसानों के प्रति क्रूरता व जनता के आक्रोश से डरकर बीजेपी में इस्तीफों का दौर आ गया है, क्योंकि भाजपा का राजनीतिक के साथ सामाजिक बहिष्कार भी शुरू हो गया है। चौराहों पर नफरत बांटनेवाले भाजपाई भूमिगत हो गए हैं।' अखिलेश ने आगे लिखा, 'अब बीजेपी का नया नाम 'भूमिगत जनविरोधी पार्टी' होना चाहिए।'
किसान आंदोलन को तेज करने की तैयारी
बता
दें,
कृषि
कानूनों
के
खिलाफ
किसान
आंदोलन
को
70
दिन
बीत
चुके
हैं।
दिल्ली
की
सीमाओं
पर
प्रदर्शन
कर
रहे
किसान
अपना
आंदोलन
तेज
करने
की
तैयारी
में
जुटे
हैं।
हरियाणा
के
जींद
जिले
के
कंडेला
गांव
में
बुधवार
को
किसान
महापंचायत
हुई,
जिसमें
भारतीय
किसान
यूनियन
के
प्रवक्ता
राकेश
टिकैत
ने
कहा,
अब
कृषि
मंत्री
या
फिर
किसी
और
मंत्री
से
बातचीत
नहीं
करेंगे।
अब
पीएम
और
गृहमंत्री
को
बातचीत
के
लिए
आगे
आना
होगा।
किसानों
के
समर्थन
में
कई
राजनीति
दल
और
दिग्गज
नेता
भाजपा
के
खिलाफ
खड़े
हो
गए
हैं।
हरियाणा
के
करनाल
जिले
में
जेजेपी
के
नेता
और
जिला
अध्यक्ष
इंद्रजीत
सिंह
गोरैया
ने
किसानों
के
समर्थन
में
अपने
पद
और
पार्टी
से
इस्तीफा
दे
दिया
है।
उन्होंने
कहा,
'मैं
अपना
व्यक्तिगत
फायदा
नहीं
देखना
चाहता
था,
बल्कि
मैं
किसानों
के
साथ
मिलकर
उनकी
आवाज
आगे
बढ़ाना
चाहता
हूं।'
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