खनन घोटाले पर अखिलेश यादव बोले, CBI के सवालों का जवाब देने के लिए तैयार
Lucknow News, लखनऊ। खनन घोटाले में सीबीआई (CBI) के पूछताछ किए जाने की संभावना पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (akhilesh yadav) ने रविवार को चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि अगर सीबीआई उनसे पूछताछ करती है तो वह जवाब देंगे। उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने सीबीआई से मुलाकात कराई थी, अब भाजपा करा रही है।
सपा-बसपा गठबंधन पर बोलने से किया इंकार
रविवार को पार्टी कार्यालय पर प्रेस कॉफ्रेंस करते हुए अखिलेश यादव ने सपा-बसपा गठबंधन पर बोलने से इंकार कर दिया। कहा कि अभी कुछ नहीं बोलूंगा। उन्होंने कहा कि जहां तक यूपी और देश का सवाल है नौजवान और व्यापारी परिवर्तन चाहता है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन को रोकने के लिए मेरे खिलाफ केंद्र सरकार सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है।
योगी सरकार पर बोला हमला
अखिलेश ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि निष्पक्षता का आकलन खुद करिए। याद करिए, सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई के लिए क्या कहा था? लेकिन, हम अपना शिष्टाचार नहीं बदलेंगे। बहुत ज्यादा वक्त नहीं है गठबंधन हो जाएगा। अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने प्रचार पर पांच हजार करोड़ रुपए खर्च किए। योगी जी एक्सप्रेसवे से इटावा जाएं। असली विकास दिखेगा। जनता अब परिवर्तन चाहती है।
इस मामले में 11 लोगों पर दर्ज हुई FIR
दरअसल, सीबीआई ने अवैध खनन मामले में आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला के आवास समेत अन्य के लखनऊ, कानपुर, नोएडा, हमीरपुर, जालौन और दिल्ली समेत 14 ठिकानों पर छापेमारी की। सपा सरकार के दौरान वर्ष 2012-13 में खनन विभाग पूर्व सीएम अखिलेश यादव के पास ही था। इसलिए अवैध खनन घोटाले को लेकर सीबीआई पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पूछताछ कर सकती है। सीबीआई ने बुंदेलखंड में अवैध खनन के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर बुधवार को ही चंदकला समेत 11 पर एफआईआर दर्ज की।
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चुनाव या गठबंधन को ध्यान में रखकर CBI नहीं करती काम: सिद्धार्थ नाथ
बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश जी आप जनता को लूट नहीं सकते। बस अपनी छाती पीट सकते हैं। आपने लोगों को लूटा है और कानून अपना काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि 2016 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया और CBI को आदेश दिया। सीबीआई चुनाव या गठबंधन को ध्यान में रखते हुए काम नहीं करती है।