कोलकाता: अग्रहरि समाज का परिचय सम्मेलन-प्रतिभा सम्मान समारोह, शादियों में कम खर्च पर दिया जोर
कोलकाता। कोलकाता में पश्चिम बंगाल अग्रहरि समाज ने श्याम गार्डेन, सलकिया स्कूल रोड, हावड़ा में द्वितीय परिचय सम्मेलन-सह-प्रतिभा सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। समारोह में यूपी से सांसद श्यामाचरण गुप्ता (अग्रहरि), राज्य के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला, सहकारिता मंत्री अरूप राय, उत्तर हावड़ा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष गौतम चौधरी, सुविख्यात समाजसेवी इशान शुक्ला एवं पश्चिम बंगाल युवा अग्रहरि समाज के अध्यक्ष मृगांक अग्रहरि की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।
सम्मेलन के दौरान पश्चिम बंगाल अग्रहरि समाज, पश्चिम बंगाल युवा अग्रहरि समाज एवं इनसे से संबद्ध समस्त संगठनों के करीब दो हजार महानुभावों की उपस्थिति में समाज के सेवाभावी कार्यों एवं आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला गया। इस दौरान वक्ताओं ने समाज के लोगों से बढ़ते वैवाहिक खर्च एवं आडंबरों पर रोक लगाकर कम बजट में आदर्श विवाह करने तथा बच्चों की शिक्षा पर विशेष जोर देने का आह्वान किया। इस अवसर पर माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया गया। समारोह के दौरान समाज के बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।
पश्चिम बंगाल युवा अग्रहरि समाज के अध्यक्ष मृगांक अग्रहरि ने बताया कि अग्रहरि समाज सदैव जन कल्याण एवं सेवाभावी कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। हाल के वर्षों में शादियों में जरूरत से कहीं अधिक खर्च करने का जैसे रिवाज सा बन गया है। हमें इस पर गंभीरतापूर्वक विचार करना होगा कि जो धन, झूठे सामर्थ्य प्रदर्शन में व्यय होता है, वह नव-दंपत्ति के लिए उन्नति का सहारा हो सकता है। कन्या भूर्ण हत्या में एक अहम् किरदार मां-बाप के मन में उसकी शादी के खर्चे का भी होता है, इस पहल से भविष्य में इस अपराध पर भी स्वतः अंकुश लग सकता है। मृगांक अग्रहरि ने बताया कि अग्रहरि समाज जहां शादियों में दिन ब दिन बढ़ती फिजूलखर्ची पर रोक लगाने के लिए प्रयासरत है। वहीं समाज के आर्थिक रूप से कमजोर तबके की लड़कियों के विवाह में भी सहायता कर रहा है। आने वाले दिनों में समाज की 'अग्रहरि भवन' बनाने की भी योजना है। उन्होंने कहा कि मृगांक अग्रहरि पर भी अनेकों सेवाभावी कार्यों को अंजाम देते रहते हैं। वे पर्यावरण एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं।