Kanpur : आखिर क्या है ई-बस पर पथराव के पीछे की साजिश? सीसीटीवी फुटेज से मामले में आया नया मोड़
Stone Pelting On E-Bus In Kanpur : कानपुर में कुछ अज्ञात अराजक तत्वों द्वारा एक ई-बस पर ईंट और पत्थरों से हमला कर दिया गया। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
यूपी के कानपुर से एक सीसीटीवी फुटेज सामने आई है जिसमे दिख रहा तमाशा एक इलेक्ट्रिक बस पर पत्थरबाजी के बाद का बताया जा रहा है। सरकारी ट्रांसपोर्ट के तरक्की की निशानी इलेक्ट्रिक बस पर पत्थरबाज़ी क्यों हुई, किस साजिश का हिस्सा है ? ये वीडियो उसकी दिशा में एक सूत्र तो है मगर अभी बहुत कुछ खोजा जाना बाकी है। जाहिर है कानपुर पुलिस के सामने ये एक बड़ी चुनौती है। वहीं इस वीडियो के जरिये पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है और साथ ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रही है।
Recommended Video
बाल-बाल
बची
सवारियां
दरअसल,
कानपुर
के
घाटमपुर
क्षेत्र
में
बीते
मंगलवार
को
कुछ
अराजक
तत्वों
द्वारा
एक
ई-बस
के
ऊपर
पत्थरबाजी
की
गई।
यह
घटना
तब
हुई
जब
बस
संख्या
यूपी
78
एचएन
6920
घाटमपुर
बस
स्टॉप
से
चालक
पवन
और
परिचालक
जितेंद्र
लगभग
20-22
सवारियां
लेकर
कानपुर
के
लिए
चले,
जैसे
ही
बस
कस्बे
के
स्टेशन
रोड
पार
करके
अस्पताल
रोड
के
पास
पहुंची
तब
ही
कुछ
अराजक
तत्वों
ने
इस
बस
पर
ईंट
और
बड़े-बड़े
पत्थरों
से
हमला
कर
दिया।
इलेक्ट्रिक
बस
चालक
पवन
कुमार
ने
बताया
कि
जैसे
ही
उनकी
बस
पर
पथराव
हुआ
तो
उन्होंने
फ़ौरन
बस
के
ब्रेक
लगा
दिए।
ईंट
पत्थर
बस
का
शीशा
तोड़ते
हुए
अंदर
आ
गिरे
थे।
ईट
ने
बस
का
एक
तरफ
का
शीशा
फोड़ते
हुए
दूसरी
तरफ
की
कांच
को
भी
तोड़
दिया।
उन्होंने
बताया
कि
इस
घटना
के
दौरान
बस
में
कुल
28
सवारियां
मौजूद
थी।
वही
ड्राइवर
की
सतर्कता
के
चलते
एक
बड़ी
घटना
होने
से
बच
गई,
हालांकि
यह
नहीं
पता
चल
सका
कि
ईट
बस
में
लगी
कैसे?
आखिर
क्या
है
साजिश
?
बस
चालक
ने
जानकारी
देते
हुए
बताया
कि
पत्थर
मारने
वाले
लोग
वहां
से
फ़ौरन
ही
भाग
गए
थे।
जिसके
बाद
उन्होंने
तत्काल
इसकी
सूचना
पुलिस
को
दी।
मौके
पर
पहुंची
पुलिस
ने
घटनास्थल
का
मुआयना
भी
किया
लेकिन
उन्हें
बस
के
अंदर
पत्थर
और
टूटे
शीशे
के
इलावा
कुछ
नहीं
मिला
था।
उसके
बाद
पुलिस
छानबीन
में
जुट
गई
थी।
वहीं
छानबीन
के
दौरान
बुधवार
दोपहर
पुलिस
के
हाथ
एक
सीसीटीवी
फुटेज
लगी
जिसमे
दो
आरोपी
घटनास्थल
के
पास
ही
एक
गली
में
भागते
हुए
नजर
आ
रहे
थे।
पुलिस
अब
दोनों
संदिग्धों
की
पहचान
और
तलाश
में
जुटी
है।
अब
देखना
ये
है
कि
आखिर
वो
कौन
लोग
हैं
जो
प्रदेश
के
'विकास'
से
खुश
नहीं
हैं
और
इसके
पीछे
का
मकसद
क्या
है
?
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