संजीत अपहरण कांड: पांडु नदी में 24 घंटे बाद भी नहीं मिला शव, बहन ने की CBI जांच की मांग
कानपुर। लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण और हत्या के बाद उसके दोस्तों ने उसका शव 26 जून को पांडु नदी में फेंक दिया था। पुलिस ने संजीत यादव के दो दोस्तों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया था और उसकी निशानदेही पर गुजैनी के पास पांडु नदी में तलाश शुरू कर दी। लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद भी शव का पता नहीं चल सका है। वहीं, संजीत की बहन रुचि ने इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
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दरअसल, 23 जुलाई को संजीत अपहरण कांड के पांच आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। पूछताछ में आरोपियों ने संजीत की हत्या कर शव ठिकाने लगाने की बात भी कबूल कर ली। शव बरामद न होने की वजह से पुलिस परिजनों को यह सच्चाई बताने से बचती रही। एक तरफ एसएसपी ने शव को बरामद करने के लिए रात में ही पांडु नदी में सर्च ऑपरेशन शुरू कराया। दूसरी ओर बर्रा इंस्पेक्टर परिजनों को सांत्वना देने उनके घर पहुंचे, जहां बातचीत के दौरान संजीत की मौत की भनक परिजनों को लगने के बाद एसएसपी ने घटना की पुष्टि कर दी।
रात भर एक टीम शव का पता लगाने में जुटी रही। शुक्रवार की सुबह टीम ने स्टीमर की मदद से जाल और कांटे से करीब 15 किमी. तक पांडु नदी को खंगाला। इसके बाद एसएसपी ने स्टीमर सहित दो टीमें और बढ़ा दीं। शाम तक पुलिस स्टीमर से गुजैनी से लेकर बिधनू साढ़ तक नदी के कई चक्कर लगाकर शव का पता लगाने में जुटी रही। हालांकि अब तक शव नहीं मिल सका है। वहीं, संजीत का शव न मिलने तक मां कुसुमा देवी ने कुछ भी न खाने-पीने की जिद्द ठान ली। बहन रुचि ने पुलिस से कहा मेरे भाई को जिंदा खोज नहीं पाए, कम से कम उसका शव तो दिखला दो...। मां और बहन की हालत देखकर अधिकारियों के भी चेहरों पर मायूसी देखने को मिली। वहीं, संजीत की बहन रुचि मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका यूपी पुलिस से भरोसा उठ चुका है। अब इस मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। रुचि ने यूपी सरकार से पूरे मामले की सीबीआई से जांच करने की मांग की है।
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