'मैं जिंदा हूं, मेरे साथ..' लिख कमिश्नर आवास पर बैठा बुजुर्ग, जानिए क्यों देना पड़ रहा है जिंदा होने का सबूत
'मैं जिंदा हूं, मेरे साथ..' लिख कमिश्नर आवास पर बैठा बुजुर्ग, जानिए क्यों देना पड़ रहा है जिंदा होने का सबूत
कानपुर, 14 मई: खुद को जिंदा साबिक करने के लिए एक बुजुर्ग शख्स ने कुछ ऐसा किया की वह मीडिया ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर सुर्खियों में आ गया। दरअसल, बुजुर्ग शख्स ने पेंट से अपने सीने पर लिखा था 'मैं जिंदा हूं, मेरे साथ इंसाफ करो।' इतना ही नहीं, इंसाफ के लिए बुजुर्ग अर्द्ध नग्न होकर कमिश्नर आवास के बाहर धरने पर बैठ गया। बुजुर्ग शख्स को देखकर कमिश्नर आवास के बाहर भीड़ जमा हो गई।
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जैसे ही इस बात की जानकारी कमिश्नर साहब तक पहुंची तो वह तुरंत अपने आवास से बाहर आए और बुजुर्ग की बात सुनी। बुजुर्ग की बात सुन कर वहां मौजूद सभी लोग चौंक गए। दरअसल, बुजुर्ग शख्स शिव कुमार शुक्ला किसी और से नहीं बल्कि अपने ही बेटे की बहू से परेशान हैं। शिव कुमार शुक्ला ने बताया कि वह अपने बेटे संदीप और बहू अपर्णा के साथ रहते थे। लेकिन उनके बेटे और बहू ने उसे मृत घोषित कर मकान का सौदा कर दिया और उन्हें घर से निकल दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिव कुमार शुक्ला मंदिर में पुजारी हैं और रायपुरवा थाना क्षेत्र स्थित तेजाब मिल कंपाउंड में रहते है। शिव कुमार शुक्ला ने बताया कि यहां वह अपने बेटे संदीप और बहू अपर्णा के साथ रहते थे। इनके बेटे संदीप ने 19 अप्रैल 2019 में सुसाइड कर लिया था। वहीं, बहु अपर्णा स्वास्थ्य विभाग में तैनात है। आरोप है कि बेटे की मृत्यु के बाद अपर्णा ने उनके मकान पर यह कहकर कब्जा कर लिया कि मकान उसके पति के नाम है, जबकि यह मकान उन्होंने ही संदीप को नामिनी बनाया था।
आरोप है कि बहू ने यह मकान उन्हें मृत दर्शाकर हड़प लिया। अब बुजुर्ग शख्स शिव कुमार शुक्ला के सामने यह समस्या है कि वो रहे तो रहे कहां। इसी समस्या को देखते हुए उन्होंने कानून का दरवाजा खटखटाया और कमिश्नर कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। आरोप लगाया कि पीड़ित होने के बाद भी उनके खिलाफ रायपुरवा पुलिस ने मुकदमा लिख दिया। उन्हें धमकियां मिल रही हैं। बाद में एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय उन्हें अपने साथ ले गए और समझाबुझा कर घर भेज दिया।
दूसरी ओर पुलिस के मुताबिक यह संपत्ति विवाद का मामला है। संपत्ति के दो हिस्से थे और दोनों बेटों के नाम है। छोटे बेटे की मृत्यु के बाद यह विवाद शुरू हुआ है। पति की मृत्यु के बाद संपत्ति पत्नी के नाम आती है, लेकिन बुजुर्ग चाहते हैं कि उस पर उनका कब्जा हो। फिलहाल संपत्ति विवाद पुलिस के लिए मुसीबत बन गया है।