कानपुर: कोरोना संक्रमित दो मरीजों की गई आंख की रोशनी, ब्लैक फंगस की रिपोर्ट थी नेगेटिव
कानपुर, 17 जून: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में कोरोना संक्रमित दो मरीजों की आंख की रोशनी चली गई। इन मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि भी नहीं हुई थी। विशेषज्ञों ने बताया कि इन मरीजों रेटिनल आर्टरी ब्लॉक होने से रोशनी चली गई है। अब विशेषज्ञ इस पर मंथन करने पर विचार कर रहे हैं, जिससे आगे आने वाले ऐसे रोगियों की आंखों को खराब होने से बचाया जा सके।
ब्लैक फंगस की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी
कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोविड संक्रमित मरीज 42 और 46 वर्षीय महिलाएं हैं। दोनों महिलाएं कोविड से ठीक होकर घर चली गई थी। अचानक उनकी आंख की रोशनी चली गई। एक महिला की एक आंख जबकि दूसरी महिला की दोनों आंखें खराब हो चुकी हैं। इन दोनों ही महिलाओं की ब्लैक फंगस की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। नेत्र रोग विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शालिनी मोहन का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण से 2 मरीजों में एक की एक आंख और दूसरे मरीज के दोनों आंखों की रोशनी पूरी चली गई।
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विशेषज्ञ करेंगे विस्तृत स्टडी
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अस्पतालों में अब तक आए मरीजों में तीन की आंखों की रोशनी ब्लैक फंगस के चलते जा चुकी है। संक्रमण से थ्रोम्बोसिस यानी थक्कों ने मरीजों की आर्टरी को ब्लॉक कर दिया, जिसकी वजह से आंखों की रोशनी चली गई। विशेषज्ञ डॉक्टर भी ऐसे नए मामले आने से चिंता में हैं, इसीलिए अब इन दो मामलों पर वह जल्द ही विस्तृत स्टडी करने जा रहे हैं ताकि आगे अगर ऐसे मामले आते हैं तो मरीजों की आंखों की रोशनी को बचाया जा सके।