Asim Arun IPS : कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बुजुर्ग दंपत्ति को दिलाया उनका हक, जमकर हो रही सराहना
कानपुर, 03 अगस्त: कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण 'फैसला ऑन द स्पॉट' को लेकर एक बार फिर चर्चा में हैं। इस फैसले को लेकर पूरे शहर में लोग उनकी सराहना कर रहे हैं। दरअसल, आईपीएस असीम अरुण ने एक ऐसे बुजुर्ग दंपत्ति को उनका हक दिलाया है, जिनके अपने बहू-बेटे ने उन्हें पीटकर घर से बाहर निकाल दिया था। बेटे और बहू ने बुजुर्ग मां-बाप को दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर कर दिया था। जैसे ही कमिश्नर असीम अरुण ने दंपत्ति की पीड़ा सुनी वह भावुक हो गए और उन्हें उनके घर पहुंचाया। साथ ही, बेटे-बहू के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई करते हुए हिदायत दी कि भविष्य में इस तरह की हरकत नहीं होनी चाहिए। कमिश्नर असीम अरुण के इस कार्य की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं।
बहू-बेटे ने बुजुर्ग मां-बाप को घर से निकाला
कानपुर के जाजमऊ में रहने वाले एक बुजर्ग दंपति को उनके ही बेटे-बहू ने घर से निकाल दिया था। बेघर हुए बुजुर्ग दंपत्ति कई बार पुलिस अफसरों और थाने पहुंचकर मदद की गुहार लगा चुके थे, लेकिन कहीं से भी उन्हें मदद नहीं मिली। कई दिनों तक वह इसी तरह भटक रहे थे। बीते शनिवार को पुलिस कमिश्नर असीम अरुण चकेरी थाने पहुंचे।
कमिश्नर ने सुनी बुजुर्ग दंपति की फरियाद, किया फैसला ऑन द स्पॉट
पुलिस कमिश्ननर असीम अरुण के चकेरी थाने पहुंचने के बाद ही बुजुर्ग दंपति भी वहां पहुंच गए। कमिश्नर ने बुजुर्ग दंपति की पूरी बात सुनने के बाद उनसे सुनी प्रार्थना पत्र लिया। इसके बाद दंपति के बेटे बहू के खिलाफ शांति भंग (151) में केस दर्ज किया और महिला थाने की पुलिस बुलाई।
दंपति को दिलाया उनका हक, बेटे बहू को लगाई फटकार
कमिश्नर खुद दंपति को लेकर उनके घर पहुंचे और उन्हें उनका हक दिलाया। इसके साथ ही बेटे बहू को फटकार लगाते हुए कहा कि भविष्य में इस तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए। यही नहीं, कमिश्नर ने बुजुर्ग दंपति को अपना मोबाइल नंबर भी दिया और कहा कि अगर कभी कोई दिक्कत हो उनको वह कॉल कर सकते हैं।
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