पीयूष जैन: तहखाने में मिले नोटों से भरे बोरे और सोने के बिस्कुट, कमरों की छतों पर लगी सीलिंग भी तोड़ी
कानपुर/कन्नौज, 26 दिसंबर: इनकम टैक्स विभाग और जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की संयुक्त टीम द्वारा पीयूष जैन के कानपुर स्थित आवास पर छापेमारी की गई। इस छापेमारी में पीयूष के आवास से अधिकारियों को करीब 177 करोड़ रुपए की अकूत दौलत बरामद हुई है। तो वहीं, अब पीयूष जैन के कन्नौज स्थिति पैतृक आवास में बने तहखाने में रुपयों से भरे करीब आठ बोरे और एक गत्ते में सोने के बिस्कुट मिलने की आशंका जताई जा रही हैं। बोरे में मिले रुपयों की गिनती के लिए अधिकारियों ने नोट गिनने वाली मशीने मंगाई है। इतना ही नहीं, टीम ने पूरे दिन मकान का चप्पा-चप्पा तलाश और दीवारों और कमरों की छतों पर लगी सीलिंग भी तोड़ी।
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तहखाने में मिले गोल्ड और रुपए से भरे बोले
इनकम टैक्स विभाग और जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की संयुक्त टीम को पीयूष जैन के कन्नौज स्थिति पैतृक आवास में भी एक तहखाना मिला है। इससे पहले कानपुर स्थित आवास में भी टीम को तहखाना मिला था। अमर उजाला की खबर के मुताबिक, इस तहखाने के अंदर रुपयों से भरे आठ बोरे अधिकारियों को मिले है। इतना ही नहीं, एक गत्ते में सोने के बिस्कुट भी मिले हैं। रुपयों की गिनती के लिए मशीन मंगाई गई है। एएनआई न्यूज़ एजेंसी की खबर के मुताबिक, पीयूष जैन के कन्नौज स्थित घर से 10 करोड़ रुपए की बरामदगी हो गई, जिसके बाद टोटल 187 करोड़ रुपए की बरामदगी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज स्थित घरों से हुई है। डीजीजीआई के अफसरों को आशंका है कि पीयूष के घर और पास ही बने गोदाम में कई जगह तहखाने हो सकते हैं।
गोपनीय लॉकर होने की टीम ने जताई आशंका
खबर के मुताबिक, डीजीजीआई और आईटी टीम ने पीयूष जैन की घर की दीवारों में कुछ और गोपनीय लॉकर होने की भी आशंका व्यक्त की है। इन्हें तलाशने के लिए लखनऊ से आर्किटेक्ट की एक टीम को बुलाया गया है। वहीं, टीम ने पूरे दिन मकान का चप्पा-चप्पा तलाश किया। ऐसा बताया जा रहा है कि दीवारों और कमरों की छतों पर लगी सीलिंग भी टीम ने तोड़ी हैं। मकान के अंदर से दीवारों और सीलिंग तोड़ने की आवाजें दिनभर पड़ोसियों को सुनाई दीं। इतना ही नहीं, बोरे में रुपए और सोन के बिस्कुट मिलने पर कई थानों का फोर्स सुरक्षा में लगा रहा।
छापे में मिली डायरी और बिलों में कई फर्मों के नाम
छापेमारी के दौरान पीयूष जैन के घर से अधिकारियों को कुछ डायरी और बिल भी मिले है। बताया जा रहा है कि इनमें कई फर्मों से कच्चा माल खरीदने और बेचने का जिक्र है। इससे अब टीम इन फर्मों से संपर्क कर बिलों और डायरी में दर्ज जानकारी की तस्दीक करेगी। ऐसा बताया जा रहा है कि जांच टीम ने शहर के कुछ लोगों से संपर्क भी किया है। जिससे इत्र कारोबार से जुड़े लोगों में खलबली मची है। सूत्रों के मुताबिक, टीम को पीयूष के घर से मिली एक डायरी मिली। जिसमें कई कारोबियों से व्यापार करने का जिक्र है।
कैश मिलने की तस्वीर हुई थी वायरल
बता दें, पीयूष जैन के कानपुर स्थित आवास से आलमारी से मिले कैश और अधिकारियों द्वारा नोटों के बंडल गिनने की तस्वीरें सोशल मीडिया वायरल हुई थी। जिसके बाद पीयूष जैन चर्चा सोशल मीडिया पर भी चर्चाओं में आ गए थे। अब कानपुर के बाद कन्नौज स्थित घर से भी जमकर कैश और सोना-चांदी मिलने की जानकारी मिल रही है। हालांकि, अधिकारियों ने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है। लेकिन ऐसी चर्चा है कि पीयूष के कन्नौज स्थित घर से सोने की बिस्किट और चांदी भी बरामद हुई है।
2 हजार के नोटों से भरा मिला गत्ता
24 दिसंबर को पीयूष जैन के बेटे प्रत्यूष को डीजीजीआई टीम उनके कन्नौज के सील बंद मकान में लेकर पहुंची थी। यहां टीम ने सील किए गए मकान का ताला खोलकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था। ऐसा बताया जा रहा है कि 15 से 20 अलमारियों की चाबी न मिलने पर टीम ने कटर से ताला तोड़कर रुपए और कागजात बरामद किए। वहीं, चाबियों से भरा एक थैला भी टीम को मिला है। इतना ही नहीं, टीम को 2 हजार के नोटों से भरा एक गत्ता भी मिला था। हालांकि, इसकी अभी तक अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। समाचार लिखे जाने तक पीयूष के कन्नौज स्थित मकानों पर छापेमारी जारी है।
12 कमरे खुलने अभी बाकी
खबरों के मुताबिक, पीयूष जैन के कन्नौज स्थित आवास से यह रकम औऱ जेवरात अभी केवल 2 कमरों से बरामद की गई है, जबकि एक दर्जन कमरे खुलने बाकी हैं। हालांकि, इसकी अभी तक अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है कि बरामद रुपयों को गिनने के लिए अभी तक 6 मशीनें लाई गई हैं। यहां आईटी विभाग की टीम के साथ-साथ डीजीजीआई की टीम भी मौजूद है।
जानें कौन हैं पीयूष जैन
पीयूष जैन मूलरूप से कन्नौज के छिपत्ती के रहने वाले हैं और वर्तमान में जूही थानाक्षेत्र के आनंदपुरी में रहते हैं। पीयूष इत्र कारोबारी है और इनकी फैक्ट्री कन्नौज की इत्र वाली गली में स्थिति हैं। वहीं से पीयूष जैन अपना कारोबार चलाते हैं। इनके कन्नौज, कानपुर के साथ मुंबई में भी ऑफिस हैं। कन्नौज स्थित फैक्ट्री से इत्र मुंबई जाता है। यहां से इत्र पूरे देश और विदेश में बेचा जाता है। इनकम टैक्स विभाग को पीयूष जैन की करीब 40 कंपनियां की जानकारी मिली है, जिनके माध्यम से पीयूष अपना इत्र कारोबार चला रहे थे। आज भी कानपुर की ज्यादातर पान मसाला यूनिट, पान मसाला कम्पाउंड पीयूष जैन से ही खरीदती है।