लवली कंडारा एनकाउंटर : कौन हैं SHO लीलाराम बामनिया जो निलबंन के बाद Twitter पर करने लगे ट्रेंड?
जोधपुर, 18 अक्टूबर। जोधपुर में हिस्ट्रीशीटर लवली कंडारा एनकाउंटर सुर्खियों में है। लवली का एनकाउंटर जोधपुर के रातानाडा थाना अधिकारी (एसएचओ) लीलाराम बामनिया व उनकी टीम ने किया था। इसके बाद से लवली कंडारा के परिजन व उनके समाज के लोग एनकाउंटर को फर्जी करार देकर पुलिस के खिलाफ कार्रवाई समेत कई मांगों को शव तक नहीं उठाया।
SHO_लीलाराम_टीम_को_बहाल_करो हैशटैग रहा ट्रेंड में
पुलिस के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर एसएचओ लीलाराम बामनिया का निलंबित कर दिया गया तो उनके भी समर्थन में कई लोग आ गए। उनके गांव के लोग भी निलंबन के खिलाफ आवाज उठाने लगे और सोशल मीडिया पर लीलाराम को सस्पेंड किए जाने पर रोष जताया गया। Twitter पर तो #SHO_लीलाराम_टीम_को_बहाल_करो ट्रेंड तक करने लगा।
एसएचओ लीलाराम बामनिया कौन है?
बता दें कि जोधपुर के बदमाश लवली कंडारा के एनकाउंटर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले जोधपुर के रातानाडा थाना अधिकारी लीलाराम बामनिया मूलरूप से जैसलमेर जिले के गांव कपूरिया के रहने वाले हैं। यहां पर पीएचईडी कर्मचारी देराज राम बामनिया के घर जुलाई 1981 लीलाराम का जन्म हुआ था।
लीलाराम बामनिया की शिक्षा
बता दें कि लीलाराम ने अपनी शुरुआती शिक्षा अपने गांव कपूनिया के स्कूल से पूरी की। पढ़ाई में काफी होशियार लीलाराम को कक्षा छठी में जवाहर नवोदय स्कूल मोहनगढ़ में चयन हो गया था। यहां से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद लीलाराम का चयन राजस्थान पुलिस में हो गया था।
पूरा गांव आया सपोर्ट में
उल्लेखनीय है कि जैसलमेर जिला जोधपुर से लगता हुआ है। जैसलमेर जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर कपूरिया गांव है। लवली कंडारा एनकाउंटर में एसएचओ लीलाराम के निलंबित हो जाने पर पूरा गांव उनके समर्थन में उतर आया है और अपराधियों के खात्मे के लिए उनकी प्रशंसा कर रहा है।
पिता ने जताई पीड़ा, बोले-ईनाम की जगह निलंबन
मीडिया से बातचीत में लीलाराम के पिता देराज राम ने पीड़ा जताते हुए कहा कि उनके बेटे को ईनाम की जगह निलंबन के रूप में सजा मिली है। जबकि सरकार को उनकी हौसला अफजाई करनी चाहिए थी। उनके निलंबन से पूरा गांव आहत है। सब मिलकर सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना कर रहे हैं।
लवली कंडारा एनकाउंटर जोधपुर
बता दें कि बुधवार शाम को जोधपुर की रातानाडा पुलिस को इत्तला मिली थी कि उनके इलाके हिस्ट्रीशीटर लवली कंडारा आया हुआ है। पुलिस ने एनकाउंटर में लवली कंडारा को मार गिराया तो वाल्मीकि समाज धरने पर बैठ गया। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी जोधपुर पहुंचकर धरने का समर्थन किया। रविवार को सीआई लीलाराम के सस्पेंशन, परिजनों को 25 लाख मुआवजा और मामले की सीबीआई जांच के आश्वासन पर धरना समाप्त किया गया था।
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