Jodhpur Cylinder Blast : दूल्हे के माता-पिता, भतीजा समेत अब तक 22 लोगों की मौत, दस बच्चे भी शामिल
जोधपुर कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ दिलीप कच्छावा और अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजश्री बेहरा ने अस्पताल पहुंचकर उपचाराधीन लोगों के इलाज की जानकारी ली।
राजस्थान के जोधपुर जिले के शेरगढ़ के गांव भूंगरा में शादी वाले घर में सिलेण्डर ब्लास्ट के कारण मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक 22 लोग दम तोड़ चुके हैं, जिनमें दूल्हा के माता, पिता व भतीजा शामिल है। यह हादसा सुरेंद्र सिंह की बारात रवानगी से पहले हुआ था। ऐसे में शादी टाल दी गई है। जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भर्ती 8 और घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। आइसीयू में इनका उपचार चल रहा है।
जोधपुर अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजश्री बोहरा ने बताया कि शेरगढ़ सिलेंडर ब्लास्ट हादसे में झुलसे 54 में से 22 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी 32 घायल अस्पताल में भर्ती हैं। अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन डॉ रजनीश गालवा व अन्य डॉक्टरों की टीम घायलों के इलाज में जुटी हुई है।
जोधपुर सिलेण्डर ब्लास्ट हादसे में मंगलवार को महात्मा गांधी अस्पताल जोधपुर में इलाज के दौरान दूल्हे के पिता सगत सिंह (55), दिलीप कुमार (24), सुगन कंवर (56), आईदान सिंह (9) की मौत हुई है। हादसे में अब मृतकों की संख्या बढ़कर 22 पर पहुंच गई है। जोधपुर कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ दिलीप कच्छावा और अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजश्री बेहरा ने अस्पताल पहुंचकर उपचाराधीन लोगों के इलाज की जानकारी ली। यहां पर फिलहाल मरीजों के परिजनों के लिए एक काउंसिलिंग कक्ष बनाया गया है।
बता दें कि 24 वर्षीय दिलीप सैन दूल्हे को तैयार करने के आया था। उसी दौरान एक के बाद एक करके सिलेंडर ब्लास्ट होते गए और पूरा घर आग का गोला बन गया। दिलीप लोगों को बचाने के लिए खिड़की तोड़ कमरे में घुसा और तीन लोगों को आग से बचाकर घर से बाहर निकला। इस दौरान वह खुद 50 प्रतिशत से ज्यादा झुलस गया था।