Jodhpur Cylinder Blast : Costable Dungar Singh: जोधपुर में ब्लास्ट के बाद उठा लाया था जलते हुए सिलेण्डर
राजस्थान के जोधपुर जिले में शेरगढ़ में शादी समारोह में सिलेण्डर में लगी आग के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है। कांस्टेबल डूंगर सिंह ने अपनी जान की परवाह किए बगैर लोगों को बचाया।
jodhpur cylinder blast : शेरगढ़ पुलिस थाने में पौने तीन बजे इत्तला मिली थी कि गांव भूंगरा में शादी वाले एक घर में आग लग गई। मैं कांस्टेबल डूंगर सिंह, शेरगढ़ सीआई देवेंद्र सिंह, एएसआई राणीदान और हेड कांस्टेबल बाबू सिंह मौके पर पहुंचे। देखा कि सुरेंद्र सिंह का घर आग की लपटों से घिरा हुआ था। सारे लोग घर छोड़कर खुले में खड़े थे। महिलाओं ने चीख पुकार मचा रखी थी। इतने में सागा सिंह पुलिस के पास आया और रोते हुए बताया कि आग में एक आदमी जिंदा जल रहा है कि उसे बचाना चाहिए। लोगों को लग रहा था कि किसी व्यक्ति के जलने की स्मेल आ रही है।
नजदीक जाने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था
आग इतनी भंयकर थी कि नजदीक जाने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। किसी की जान बचाने के लिए मैंने हिम्मत दिखाई और आग की गोले के बीच चला गया। खुद चारों तरफ आग से घिर गया था। देखा कि वहां मेरे पहुंचने से पहले ही दो सिलेंण्डर फट चुके थे। दो अन्य सिलेण्डरों पर आग लगी हुई थी। थोड़ी देर और गर्म होने के बाद वो भी फटने तय थे। वहां कोई आदमी नहीं जल रहा था।
ग्लेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा
मैंने तय किया कि इन दोनों सिलेंण्डरों को भी फटने से रोकना होगा। इसका एक ही उपाय था कि उन्हें आग से दूर ले जाकर इन पर मोटे कपड़े डाले जाए ताकि आग बुझाई जा सके। हिम्मत करके दोनों जलते हुए सिलेण्डर एक एक हाथ में लेकर बाहर खुले में ले आया। आग बुझा दी। उनको फटने से बचाया। हर किसी ने इस दिलेरी के लिए तारीफ की, मगर पूरे वाक्ये में अपना एक जलने से नहीं बचा पाया। इस बहादुरी के लिए पुलिस के उच्च अधिकारियों ने खूब शाबाशी दी है। सीएम साहब ने सोशल मीडिया पर घोषणा की है कि मुझे ग्लेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
दूल्हा सुरेंद्र सिंह, माता-पिता, बड़ी मां समेत करीब 60 झुलसे
यह पूरा वाक्या शेरगढ़ पुलिस थाने के कांस्टेबल डूंगर सिंह ने वन इंडिया हिंदी से बातचीत में शेयर किया है। डूंगर सिंह ने बताया कि पूरा मंजर काफी खौफनाक था। वो सिलेण्डर और फटते तो जान माल का नुकसान ज्यादा होता है। पूरे हादसे में मरने वालों की संख्या दूसरे दिन शुक्रवार शाम तक बढ़कर आठ हो गई है। दूल्हा सुरेंद्र सिंह, माता-पिता, बड़ी मां समेत करीब 60 झुलसे हैं।
बारात खोखसर बाड़मेर के लिए रवाना होने वाली थी
बता दें कि जोधपुर जिले के शेरगढ़ पुलिस थाना इलाके के गांव भूंगरा में गुरुवार को सुरेंद्र सिंह की बारात खोखसर बाड़मेर के लिए रवाना होने वाली थी। वहां सैकड़ों बाराती मौजूद थे। इतने में अचानक सिलेण्डर में आग लगी और फिर जोरदार ब्लास्ट हुआ। अफरा तफरी मच गई थी। दो बच्चों की मौत तुरंत हो गई थी। झुलसे हुए लोगों को जोधपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। अस्पताल पहुंचकर सीएम अशोक गहलोत ने भी घायलों के हाल जाने। शाम तक झुलसे हुए लोगों में 5 अन्य ने भी दम तोड़ दिया।