झारखंडः जब बदमाशों ने लूट के दौरान मजदूरों से कहा- सॉरी भाई लॉकडाउन में हमारी भी कड़की है'
रामगढ़। झारखंड के रामगढ़ जिले में अजीबो-गरीब घटना सामने आई है, जहां छपरा से लोहरदगा जा रहे चार मजदूरों को रास्ते में लूटेरों ने लूट लिया। लेकिन उनकी हालत देखकर लूटेरों को भी दया आ गई और कुछ पैसे उन्हें वापस लौटा दिए। बदमाशों ने मजदूरों से 2000 रुपये छीन लिए लेकिन बाद में 1200 रुपये उन्हें वापस कर दिए। इसके बाद जाने से पहले बदमाशों ने मजदूरों से माफी मांगी और बताया कि वो भी कड़की में चल रहे हैं।
छपरा से लोहरदगा जा रहे थे मजदूर
इस कारण उन्होंने ऐसा किया। यह पूरी घटना रामगढ़ जिले के कुजू थाना क्षेत्र की है। लोहरदगा निवासी स्टीफन मुर्मू, जेवियर, संजय साव और आलोक चौरसिया ने बताया कि वे सभी छपरा में रेलवे का तार बिछाने का काम करते थे। लेकिन लॉकडाउन के कारण काम बंद हो गया। इसके बाद चारों छपरा से लोहरदगा के लिए साइकिल से चल दिए। इस दौरान रास्ते में बाइक पर सवार तीन युवक मिले और थप्पड़ मारते हुए पैसा निकालने को कहा।
बदमाशों ने वापस किए 1200 रुपये
इसके बाद उन लोगों ने डर से अपने पास रखे 2000 रुपये बदमाशों को दे दिये। लेकिन बदमाशों ने उसमें से केवल 800 रुपये अपने पास रखे बाकी पैसे लौटा दिए। बाइक स्टार्ट कर वहां से जाते वक्त बदमाशों ने मजदूरों से कहा कि 'सॉरी भाई लॉकडाउन में हमारी भी कड़की है'। इसके बाद चारों मजदूर कुजू के श्रीराम चौक स्थित महतो मार्केट में रात भर रहे।
लूट के लिए लॉकडाउन को बताया कारण
उन लोगों में से एक की साइकिल पंचर हो गई। इसलिए साइकिल ठीक करवाने के लिए चारों को दुकान खुलने का इंतजार करना पड़ा। चारों किसी तरह जल्दी से घर पहुंचना चाहते हैं। हालांकि लूट की ऐसी किसी घटना से कुजू थाने की पुलिस ने इनकार किया। पुलिस का कहना है कि ऐसा कोई मामला मजदूरों के द्वारा दर्ज नहीं कराया गया है।