पति और देवर की जान बचाने के लिए टांगी लेकर नक्सलियों से अकेली भिड़ गई थी बिनीता, एसपी ने किया सम्मानित
गुमला। झारखंड के गुमला जिले में पीएलएफआई नक्सली संगठ के एरिया कमांडर बसंत गोप को मारने वाली बिनीता उरांव को सम्मानित किया गया। यह सम्मान खुद जिले के एसपी जनार्दन ने दिया है। बीते शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक बिनीता के गांव पहुंचे और उनसे घटना की पूरी जानकारी ली। इसके बाद बिनीता को 21 हजार रुपये का इनाम भी दिया। साथ ही राशन के पैकेट भी दिए। इसके अलावा एसपी ने बिनीता को उनके परिवार की सुरक्षा का भरोसा भी दिलाया।
पुलिस अधीक्षक ने किया सम्मानित
पुलिस अधीक्षक एचपी जनार्दन ने कहा कि इस तरह की हिम्मत से अपराधियों का मनोबल टूटता है। लेकिन लोग कानून हाथ में लेने की कोशिश न करें। बल्कि पुलिस को सूचना दें। इस तरह के लोगों को सबक सिखाने के लिए पुलिस सक्षम है। एसपी ने कहा कि बिनीता ने खुद और परिवार की सुरक्षा के लिये ऐसा कदम उठाया। उसके स्थान पर कोई भी रहता तो यही करता। साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। बिनीता को हर संभव सहायता और सुरक्षा दी जाएगी।
2018 में छोड़ना पड़ा था गांव
बिनीता ने बताया कि बसंत गोप के चलते उसके पूरे परिवार को साल 2018 में गांव छोड़कर जाना पड़ा था। बसंत गोप लेवी के लिए उसके परिवार को परेशान करता था, जिससे आजिज होकर पूरा परिवार गांव छोड़कर रांची चला गया। लॉकडाउन के चलते कुछ दिन पहले उसका परिवार रांची से गांव लौटा। इसकी जानकारी जब बसंत गोप को मिली तो वह अपने साथियों के साथ मंगलवार रात को उसके परिवारवालों की हत्या करने घर आ धमका था।
विनीता के पति को मारने आए थे नक्सली
जानकारी के मुताबिक बुधवार रात उग्रवादी संगठन PLFI का सब जोनल कमांडर बसंत गोप अपने साथियों के साथ गुमला में विनीता के घर आ धमका। नक्सली उसके पति और देवर की हत्या करना चाहते थे। पहले तो विनीता घर में छिपी रही लेकिन जैसे ही उसके परिवार पर खतरा आया वैसे ही उसने टांगी (धारदार हथियार) उठा लिया और नक्सलियों पर हमला बोल दिया। विनीता के इस हमले में नक्सली कमांडर बुरी तरह से घायल हो गया। अपने कमांडर को घायल देख उसके साथी उसे उठाकर भाग गए, लेकिन रास्ते में खून ज्यादा बहने की वजह से नक्सली कमांडर ने दम तोड़ दिया।
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