झारखंड उच्च न्यायालय ने देवघर रोपवे दुर्घटना का स्वत: संज्ञान लिया, 26 अप्रैल को होगी सुनवाई
रांची। देवघर रोपवे घटना पर झारखंड हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच का आदेश दिया है। कोर्ट इस मामले में 26 अप्रैल को सुनवाई करेगी। इससे पहले राज्य को एक हलफनामे के जरिए विस्तृत जांच रिपोर्ट दाखिल करनी है। मंगलवार दोपहर तक, झारखंड के देवघर जिले में त्रिकूट पहाड़ियों को जोड़ने वाली केबल कारों में करीब 40 घंटे तक फंसे 15 पर्यटकों में से 10 को भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टरों ने बचाया, जिन्होंने मंगलवार तड़के बचाव अभियान फिर से शुरू किया।
झारखंड के देवघर में रोपवे हादसे के बाद बचाव कार्य तेजी के साथ शुरू किया गया था। अब रेस्क्यू ऑपरेशन समाप्त हो चुका है। इस बीच रस्सी टूटने की वजह से एक महिला जमीन पर गिर गई। उसका इलाज किया जा रहा है। इससे पहले, दो ट्रालियों के सटे होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना के Mi-17 हेलिकॉप्टर को लगाया गया, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर इतना बड़ा हादसा हो कैसे गया। जिन ट्रॉलियों पर ये हादसा हुआ है, इन ट्रॉलियों के जरिए हर रोज सैकड़ों श्रद्धालु झारखंड की धार्मिक नगरी देवघर के पहाड़ पर बने मंदिरों तक पहुंचते हैं। अब मामले में झारखंड हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं इस पूरे मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है
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