अंधविश्वासः शौच करने गई बहू प्रेमी के साथ हुई फरार तो सास ने जीभ काटकर भोलेनाथ को चढ़ाया
सरायकेला-खरसावां। झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले में एक चौंका देने वाली घटना घटी है। जिले के आदित्यपुर के आरआईटी थाना क्षेत्र के एनआईटी कैंपस के अंदर बस्ती में रहने वाली महिला ने अंधविश्वास के चलते अपनी जीभ काटकर भगवान शंकर को चढ़ा दी। बताया जा रहा है कि महिला ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसकी बहू घर से भाग गई थी और उसे इस बात का विश्वास था कि जीभ काटकर भगवान को चढ़ाने से उसकी बहू वापस आ जाएगी।
महिला को अस्पताल में किया गया भर्ती
घायल महिला लक्ष्मी और उसके पति का ऐसा मानना है कि भगवान शंकर पर जीभ काटकर चढ़ाने से उसकी बहू कुछ दिनों में ही वापस आ जाएगी। लेकिन इस घटना से लक्ष्मी बुरी तरह से घायल हो गई। घटना की जानकारी होने पर आरआईटी पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को घायल अवस्था में एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि अस्पताल में भी सास लक्ष्मी अपने साथ भगवान शंकर की तस्वीर, कटी हुई जीभ और ब्लेड को लेकर आई थी।
दो दिन प्रेमी के साथ भाग गई बहू
जीभ कटने के बाद भी महिला को किसी तरह का कोई दर्द नहीं हो रहा था, जो चर्चा का विषय बना हुआ था। महिला लक्ष्मी की बहू ज्योति निराला अपने एक साल के बच्चे को लेकर दो दिन पहले घर से भाग गई थी। सास ने बताया कि उसकी बहू शौच के लिए निकली थी लेकिन प्रेमी के साथ भाग गई, जिसकी शिकायत परिवार वालों ने आरआईटी थाने में की।
भगवान भोलेनाथ को कटी जीभ चढ़ाई
लेकिन बहू के नहीं मिलने से परिवार आहत था। वहीं लक्ष्मी निराला ने अंधविश्वास में विश्वास रखने के चलते पूजा-पाठ शुरू कर दिया। इसी अंधविश्वास पर भरोसा करके उसने रविवार को ब्लेड से अपनी जीभ काट कर भोले बाबा को चढ़ा दी। एनआईटी कैंपस में एक बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के ठेकेदार के पास काम करने के लिए दो साल पहले यह परिवार पहुंचा था।
भगवान भोलेनाथ की भक्त है महिला
बताया जाता है कि नरदु निराला की पत्नी लक्ष्मी निराला भोले शंकर की भक्त है और वह झाड़-फूंक, पूजा पाठ, में विश्वास करती है। वह अपने बेटे शिवा निराला और बहू ज्योति निराला के साथ ही रहती है।
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