अमरनाथ यात्रा पर आतंकी साये के बीच नई व्यवस्था लागू, हर तीर्थयात्री के लिए अनिवार्य होगा RFID टैग
श्रीनगर, मई 28। कोरोना की वजह से दो साल बंद रही अमरनाथ यात्रा इस साल 30 जून से शुरू हो रही है। अमरनाथ यात्रा को लेकर सभी तैयारियां प्रशासन ने पूरी कर ली हैं। हालांकि सभी तैयारियों के बीच अमरनाथ यात्रा पर आतंकी साया लगातार मंडरा रहा है। ऐसे में सभी तीर्थयात्रियों पर बारिकी से नजर रखने के लिए प्रशासन ने एक ऐसी व्यवस्था की है, जिससे हर तीर्थयात्री की लोकेशन पता लगाई जा सकेगी। इस नई व्यवस्था का नाम RFID टैग है।
हर तीर्थयात्री के लिए अनिवार्य रहेगा यह टैग
इस नई व्यवस्था की जानकारी देते हुए अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ नीतीश्वर कुमार ने कहा है कि बोर्ड इस साल RFID टैग की व्यवस्था शुरू करने जा रहा है। यह टैग अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले हर तीर्थयात्री के लिए अनिवार्य रहेगा। सीईओ ने आगे कहा कि इसके जरिए हम हर तीर्थयात्री पर नजर रख पाएंगे और हमें यह भी पता रहेगा कि कौन सा तीर्थयात्री कहां है। नीतीश्वर कुमार ने कहा है कि RFID टैग स्थानीय व्यापारियों के लिए भी अनिवार्य रहेगा।
आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रा से पहले प्रशासन की ओर से सुरक्षा को लेकर सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। स्थानीय पुलिस और सेंट्रल आर्म्ड फोर्सेस लगातार इस बात की समीक्षा कर रही हैं कि पूरी यात्रा के दौरान कोई भी चूक न हो और आतंकी इस यात्रा को नुकसान ना पहुंचा सके।
शनिवार को पुलिस मुख्यालय में पुलिस, सेना और केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों (CAPF) के अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस मीटिंग में यात्री शिविर में सुरक्षा, संचार नेटवर्क, राष्ट्रीय राजमार्ग और दूसरी सड़कों पर यातायात प्रबंधन के नियमन, गाड़ियों की पार्किंग और पहलगाम और बालटाल के दोनों रास्तों पर सुरक्षाबलों की तैनाती आदि पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में ये भी तय किया गया कि पुलिस अलग-अलग जगहों पर रेस्क्यू टीम को तैनात करेगी ताकि यात्रा के दौरान किसी भी तीर्थ यात्री की जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद की जा सके।
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