Video: भारी बर्फबारी के बीच राहुल का भाषण, कहा- गरीब बच्चों को देखकर नहीं पहने स्वेटर और जैकेट
भारत जोड़ो यात्रा के आखिरी दिन राहुल गांधी ने श्रीनगर में एक सभा को संबोधित किया। मौसम काफी ज्यादा खराब था, लेकिन राहुल रुके नहीं।
भारत जोड़ो यात्रा का आज आखिरी दिन है, जहां श्रीनगर में राहुल गांधी ने एक सभा का आयोजन किया। हालांकि सोमवार सुबह से ही घाटी का मौसम खराब था, जिस वजह से श्रीनगर में भी भारी बर्फबारी हुई। इसके बावजूद राहुल नहीं रुके। उन्होंने रेनकोट पहना और खुले आसमान के नीचे लोगों को संबोधित करना शुरू कर दिया। वहीं पूरी यात्रा के दौरान उनके टी-शर्ट की खूब चर्चा हुई, उसकी इमोशनल वजह का भी जिक्र उन्होंने किया।
राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं कन्याकुमारी से आगे बढ़ रहा था, तब मुझे ठंड लग रही थी। मैंने कुछ बच्चे देखे। वे गरीब थे, उन्हें ठंड लग रही थी, वे मजदूरी कर रहे थे और कांप रहे थे। मैंने सोचा ठंड में ये बच्चे स्वेटर-जैकेट नहीं पहन पा रहे हैं तो मुझे भी नहीं पहनना चाहिए। इसके बाद वो हमेशा टीशर्ट में ही नजर आए।
#WATCH | Srinagar:Congress MP Rahul Gandhi says, "...Four children came to me. They were beggars&had no clothes on...I hugged them...They were cold&shivering. Maybe they didn't have food. I thought that if they're not wearing jackets or sweaters, I too shouldn't wear the same..." pic.twitter.com/Mo81yWMvho
— ANI (@ANI) January 30, 2023
उन्होंने कहा कि मैं हिंसा को समझता हूं, क्योंकि मैंने हिंसा सही है। मोदी जी, अमित शाह जी, RSS के लोगों ने हिंसा नहीं देखी है। वे डरते हैं, बीजेपी का कोई नेता यहां पैदल ऐसे नहीं चल सकता इसलिए नहीं कि जम्मू कश्मीर के लोग उन्हें चलने नहीं देंगे बल्कि इसलिए क्योंकि वो डरते हैं।
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कश्मीर के हालत पर राहुल गांधी ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों ने मुझसे कश्मीर जाने के लिए वाहन का प्रयोग करने को कहा। 3-4 दिन पहले प्रशासन ने कहा था कि अगर मैं पैदल जाऊंगा तो मुझ पर ग्रेनेड फेंका जाएगा। मैंने सोचा कि जो लोग मुझसे नफरत करते हैं, उन्हें मेरी सफेद टी-शर्ट का रंग बदलकर लाल करने का मौका दिया जाए। मेरे परिवार ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। गांधी जी ने मुझे निर्भय होकर जीना सिखाया, नहीं तो डर के जीना भी क्या जीना है। हालांकि मैंने जैसा सोचा था वैसा ही हुआ, कश्मीर के लोगों ने मुझ पर ग्रेनेड नहीं फेंका बल्कि प्यार दिया।
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