गैर-कश्मीरी मताधिकार विवाद: अब्दुल्ला बोले- कल हम विधानसभा से हो सकते हैं बाहर
श्रीनगर, 22 अगस्त: नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि सभी विपक्षी दल नए कानून (जम्मू-कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों को मतदाताओं के रूप में शामिल करना) के खिलाफ हैं और वे इस मामले पर अदालत जाने की सोच रहे हैं। अब्दुल्ला ने अपने आवास पर एक सर्वदलीय बैठक के दौरान संवाददाताओं से कहा, "हम सितंबर में सभी राष्ट्रीय दलों के नेताओं को जम्मू-कश्मीर में आमंत्रित करेंगे और अपने मुद्दों को उनके सामने रखेंगे।
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नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से इस घटनाक्रम पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने का अनुरोध किया था। हालांकि, इस पर विचार नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि, हम इसे स्वीकार नहीं करते हैं। हमारे बीच मतभेद हैं लेकिन यहां मौजूद सभी दल यह महसूस कर रहे हैं कि कल हमें हमारी विधानसभा से बाहर किया जा सकता है।
संशोधित मतदाता सूची में मतदाताओं को जोड़ने पर जम्मू कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी हिरदेश कुमार की टिप्पणी के बाद बैठक बुलाई गई थी। इस मामले में जम्मू और कश्मीर के सूचना और जनसंपर्क निदेशालय (डीआईपीआर) ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है। जिसमें कहा गया था कि इसमें कोई बदलाव नहीं है। कश्मीरी प्रवासियों के नामांकन के लिए विशेष प्रावधान हैं।
डीआईपीआर ने कहा कि, जम्मू-कश्मीर सरकार में संपत्ति की खरीद और नौकरियों के संबंध में नियमों में कोई बदलाव नहीं हुआ है और ना ही मतदाताओं के प्रतिनिधित्व में कोई संशोधन किया गया है। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस (जेकेपीसी) के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने हालांकि बैठक में हिस्सा नहीं लिया।
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