ED Raids Qazi Yasir: पाकिस्तान में MBBS सीट अलॉटमेंट मामले में जम्मू-कश्मीर में ताबड़तोड़ छापेमारी
जम्मू कश्मीर में प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की। पाकिस्तान में एमबीबीएस सीटों के आवंटन मामले में ईडी ने कश्मीर में काजी यासिर, जफर भट के घरों समेत तीन ठिकानों पर छापे मारे।
ED Raids Qazi Yasir: पाकिस्तान में MBBS सीट अलॉटमेंट मामले में जम्मू-कश्मीर में ताबड़तोड़ छापेमारी की खबर है। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने गुरुवार को पाकिस्तान में एमबीबीएस सीटों के आवंटन से जुड़े मामले में हुर्रियत नेता काजी यासिर और जम्मू-कश्मीर साल्वेशन मूवमेंट के अध्यक्ष जफर भट के घरों समेत तीन जगहों पर छापेमारी की। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी- कश्मीर न्यूज ऑब्जर्वर (केएनओ) ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने आज सुबह स्थानीय पुलिस के साथ मोहम्मद अकबर भट उर्फ जफर भट के घर पर छापा मारा। जफर जम्मू-कश्मीर साल्वेशन मूवमेंट में श्रीनगर के बाग-ए-मेहताब इलाके में अध्यक्ष हैं।
जम्मू कश्मीर में ईडी की छापेमारी के बारे में सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी की एक अन्य टीम ने आज सुबह अनंतनाग के काजी मोहल्ला इलाके में हुर्रियत नेता काजी यासिर के घर पर भी छापा मारा। उन्होंने कहा, "एक टीम श्रीनगर के बघाट इलाके में सैयद खालिद गिलानी के घर पर भी छापेमारी कर रही है।"
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उन्होंने कहा कि दोनों जगहों पर छापेमारी जारी है और आगे की जानकारी उसी के अनुसार साझा की जाएगी। अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान के विभिन्न कॉलेजों में जम्मू-कश्मीर के निवासियों को एमबीबीएस सीटें आवंटित करने के मामले में छापेमारी की जा रही है।
प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के संबंध में समाचार एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने अनंतनाग के जिला प्रशासन ने यासिर के एक अवैध शॉपिंग कॉम्प्लेक्स को ध्वस्त कर दिया था। काजी अहमद यासिर एक कश्मीरी राजनीतिक नेता, दक्षिण कश्मीर के पूर्व मीरवाइज और एक प्रसिद्ध विद्वान हैं।
चार साल पहले एक महिला के साथ अश्लील हरकत करते हुए एक कथित वीडियो सामने आने के बाद उन्हें 2018 में मीरवाइज के पद से निलंबित कर दिया गया था। हालाँकि, अभी भी मामले की जाँच कश्मीर घाटी के सामाजिक, राजनीतिक, कानूनी और धार्मिक कार्यकर्ताओं का एक निकाय कर रहा है। यासिर 2018 से ही जेल में है।
वह इसके अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाली ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (APHC) के सदस्य थे। इससे पहले एक बड़ी कार्रवाई में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने राजबाग, श्रीनगर में एपीएचसी मुख्यालय को भी सील कर दिया था।