पद्मश्री अवार्ड : ट्री मैन हिम्मताराम भांभू ने 52 की उम्र में 6 हेक्टेयर जमीन खरीदकर उगा दिया जंगल
जयपुर, 8 नवंबर। राजस्थान की 8 हस्तियों को पद्मश्री अवार्ड मिला है। इनमें नागौर के गांव सुखवासी निवासी हिम्मताराम भांभू भी शामिल हैं। ये वो शख्य हैं जिन्होंने खुद के पैसे से छह हेक्टेयर जमीन खरीदकर उस पर जंगल उगा दिया। यही वजह है कि हिम्मताराम को राजस्थान के ट्री मैन के रूप में पहचाना जाता है।
पांच लाख से ज्यादा पौधे लगाए
बता दें कि 72 वर्षीय हिम्मताराम भांभू अब तक पांच लाख से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं, जिनमें से साढ़े तीन लाख पौधे तो अब पेड़ भी बन चुके हैं। पेड़-पौधों से दोस्ती के चलते ही हिम्मताराम को पद्मश्री पुरस्कार मिला है।
गणतंत्र दिवस पर हुई पुरस्कारों की घोषणा
यूं तो पद्म पुरस्कारों की घोषणा गणतंत्र दिवस के मौके पर की गई थी, मगर कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण पुरस्कार वितरण समारोह अस्थायी रूप से टाल दिया गया था। अब सोमवार को भांभू समेत अन्य कई लोगों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया है।
आठ जिलों के लोगों ने सिफारिश
बता दें कि राजस्थान के ट्री मैन हिम्मताराम भांभू को पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर देशभर की 39 संस्थाएं सम्मानित कर चुकी हैं। नागौर समेत राजस्थान के आठ जिलों के लोगों ने पद्म पुरस्कार चयन समिति को हिम्मताराम के लिए सिफारिश भेजी थी।
1975 में लगाया था पीपल
मीडिया से बातचीत में हिम्मताराम ने बताया कि 1975 में उनकी 95 साल की दादी ने उनके हाथ से पैतृक गांव सुखवासी में हरीराम बाबा के मंदिर के सामने पीपल का पौधा लगवाया था। वो पीपल का पेड़ अब इतना घना है कि उसके नीचे 500 लोग बैठ सकते हैं। हिम्मताराम इतने प्रेरित हुए कि लाखों पौधे लगाकर ट्री मैन ही बन गए।
पौधे लगाने को खरीदी जमीन
हिम्मताराम भांभू ने हरिमा गांव में खुद के पैसों से छह हेक्टेयर जमीन खरीदी और उसमें 11 हजार पौधे लगा दिए। अब वहां पूरा जंगल बन गया है। इसमें 300 मोर सहित हजारों पक्षी भी हैं, जिनके लिए रोज 300 परिंडे पानी से भरते हैं। 20 किलो चुग्गा भी पक्षियों को रोज डालते हैं। हिम्मताराम लोगों को पौधे लगाने के लिए जागरूक करने के लिए राजस्थान में 1472 किमी पदयात्रा भी निकाल चुके हैं। ये हर साल वन महोत्सव भी मनाते हैं।
आईएएस टीना डाबी की बहन IAS Ria Dabi के नाम से कौन मांग रहा है 100 रुपए?