Sirohi : ACB टीम पहुंची तो घूसखोर तहसीलदार ने दरवाजा बंद कर चूल्हे पर जलाए ₹ 20 लाख, देखें वीडियो
जयपुर। राजस्थान में घूसखोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। आईएएस, आईपीएस, एसडीएम जैसे कई बड़े अधिकारी रंगे हाथ राजस्थान एसीबी द्वारा जा चुके हैं। अब घूस का अजीब ही मामला सामने आया है, जिसमें कार्रवाई करने आई एसीबी की टीम घर के बाहर खड़ी रही और तहसीलदार अंदर से दरवाजा बंद करके चूल्हे पर नोटों की गड्डियां जलाता रहा। जैसे तैसे करके एसीबी टीम घर में दाखिल हुई तब तक वह 15 से 20 लाख रुपए फूंक चुका था, मगर चूल्हे पर अधजले नोट उसके गुनाह की गवाही दे रहे थे।

पुराना ठेका जारी रखने में मांगी घूस
एसीबी के उप महानिरीक्षक विष्णुकांत ने बताया कि राजस्थान के सिरोही जिले में सरकारी भूमि पर आंवले के पेड़ों से छाल उतारने के लिए ठेके निकाले गए थे। वित्तीय वर्ष 2021-22 में भी पुराने ठेकेदार को ही ठेका जारी रखने के बदले उससे पांच लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी।

पांच की मांग, एक लाख में सौदा
नए ठेके के लिए सिरोही तहसीलदार कल्पेश जैन परिवादी को आरआई पर्वतसिंह से मिलने को कहा। ठेकेदार जब आरआई से मिला तो सौदा एक लाख रुपए में तय हुआ। शिकायत मिलने पर एसीबी ने सत्यपान किया और बुधवार को कार्रवाई के लिए जाल बिछाया। तहसीलदार कल्पेश जैन मूलरूप से बाड़मेर जिले के बालोतरा का रहने वाला है।

हाईवे पर बुलाया रिश्वत देने
आरआई पर्वतसिंह ने बुधवार शाम को ठेकेदार से रिश्वत की राशि लेने के लिए उसको स्वरूपगंज में कार्यालय से कुछ दूर हाईवे पर बुलाया। जहां आरआई को एक लाख की घूस लेते एसीबी ने दबोच दिया। पाली के एएसपी नरपतचंद के नेतृत्व में की गई कार्रवाई के दौरान आरआई ने पूछताछ में तहसील कल्पेश जैन का नाम लिया।

लाख समझाने के बावजूद नहीं खोला दरवाजा
इसके बाद एसीबी की टीम पिंडवाड़ा में सिरोही तहसीलदार कल्पेश जैन के सरकारी आवास पर पहुंची। तब एसीबी टीम पहुंचने का पता लगते ही तहसीलदार जैन ने खुद को मकान में बंद कर लिया। तहसीलदार ने एसीबी अधिकारियों के समझाने के बावजूद दरवाजा नहीं खोला।

करीब पौने एक घंटे की मशक्कत के बाद
एसीबी टीम ने कटर से दरवाजा कटवाया और अंदर दाखिल हुई। तब तहसीलदार रसोई में चूल्हे पर पांच-पांच सौ रुपए के नोटों की गड्डियां जलाता मिला। एसीबी ने अधजले नोट बरामद किए हैं। करीब 20 लाख रुपए जलाने का अनुमान है।

आरआई के जरिए क्यों लिए रुपए
पाली एसीबी के अधिकारियों को कहना है कि आरआई पर्वत सिंह स्वरूपगंज से पहले सिरोही में कार्यरत था। तब वह तहसीलदार कल्पेश जैन के अधीन आता था। स्वरूपगंज स्थानान्तरण होने के बाद भी वह तहसीलदार के लिए रिश्वत लेता रहा।
बीकानेर में अशोक गहलोत से 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते इंजीनियर व बैंक मैनेजर को एसीबी ने पकड़ा