Shobharani Kushwah MLA ने पत्र में लिखी चुनाव में क्रॉस वोटिंग की असली वजह, BJP नेताओं पर लगाए आरोप
क्रॉस वोटिंग के बाद एमएलए शोभारानी कुशवाहा ने पत्र में लिखा भाजपा नेता ही पार्टी प्रत्याशियों को हरवाते हैं
जयपुर, 11 जून। राज्यसभा चुनाव 2022 में क्रॉस वोटिंग कर चर्चा में आईं राजस्थान के धौलपुर से भाजपा विधायक शोभारानी कुशवाहा ने खुला खत लिखा है। क्रॉस वोटिंग के चलते भाजपा आलाकमान द्वारा खिलाफ कार्रवाई के बाद विधायक शोभारानी कुशवाहा ने पलटवार करते हुए पत्र के जरिए भाजपा को खरी-खरी सुनाई है। साथ ही कई तरह के आरोप भी लगाए हैं।
धौलपुर विधायक शोभरानी कुशवाहा ने पत्र में लिखा कि वे मीडिया के माध्यम से कुछ बिन्दुओं पर अपनी बात रखना चाहती हैं। पढ़िए तीन बिन्दुओं में उन्होंने क्या-क्या लिखा, खुद उन्हीं की जुबानी।
धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाहा का बिंदू नंबर-1
साल 2017 में धौलपुर उपचुनाव के लिए मैं और मेरा कुशवाहा समाज भाजपा के पास नहीं गए थे बल्कि यह लोग मेरे परिवार को तबाह करने के बाद जब इनको लगा कि धौलपुर जिले के साथ-साथ पूरे राजस्थान का कुशवाहा समाज भाजपा के हाथ से निकल सकता है तो खुद चलकर के आए थे और मेरे समाज के प्रदेश अध्यक्ष एवं जिम्मेदार 20 बुजुर्ग और युवाओं के सामने कुछ वायदे किए थे उनमें से एक भी वायदा पूरा नहीं हुआ तो बीजेपी हाई कमान उन महान बड़े लोगों से पूछे जो हमें बीजेपी में लेकर गए थे कि हमारे साथ ऐसा क्यों हुआ?
धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाहा का बिंदू नंबर-2
धौलपुर नगर परिषद चेयरमैन चुनाव में मेरे समर्थक और बीजेपी के जन्मजात कार्यकर्ता एवं अग्रवाल समाज के प्रदेशाध्यक्ष गिरीश गर्ग की बहू को बीजेपी की ओर से नगर परिषद चेयरमैन का प्रत्याशी बनाया गया था। हमारे पास में जीतने के लिए संख्या भरपूर थी, लेकिन बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं ने हमारे जीते हुए बीजेपी पार्षदों को कांग्रेस को देकर कांग्रेस का चेयरमैन बनवा दिया और बीजेपी को हरा दिया जिसकी जानकारी जयपुर से लेकर दिल्ली तक दी गई, लेकिन उन बड़े नेताओं को सस्पेंड करना तो दूर की बात है। उनके सामने किसी की हिम्मत नहीं हुआ कि उनको नोटिस दे सकें तो ऐसी पार्टी में कौनसा कार्यकर्ता या नेता काम करना चाहेगा?
धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाहा का बिंदू नंबर-3
हाल ही में सम्पन्न हुए पंचायत समिति चुनाव में मैंने धौलपुर पंचायत समिति से पंचायत समिति प्रधान के लिए लोधा समाज के श्री नवल लोधा को बीजेपी प्रधान प्रत्याशी बनाया था लेकिन बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं ने जानबूझकर अपने ही कार्यकर्ताओं से उसका हरवा दिया। अब बताएं ऐसी स्थिति में कौन सा कार्यकर्ता या नेता काम करना चाहेगा?
धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाहा क्या मामला है?
बता दें कि राजस्थान में चार सीटों पर दस जून को राज्यसभा चुनाव 2022 हुए। विधायक शोभारानी कुशवाहा ने क्रॉस वोटिंग कर दी। भाजपा प्रत्याशी घनश्याम तिवाड़ी की बजाय भाजपा के प्रमोद तिवारी को वोट दे दिया। हालांकि घनश्याम तिवाड़ी व प्रमोद तिवारी दोनों ही जीत गए। शोभारानी की क्रॉस वोटिंग पर भाजपा आलाकमान ने इसे व्हिप का उल्लंघन मानते हुए कार्रवाई की। पार्टी ने शोभारानी कुशवाहा को निलंबित करते हुए इनसे सात दिन में जवाब मांगा है। इस कार्रवाई के बाद अब शोभारानी कुशवाहा ने पत्र लिखा है।
विधायक शोभारानी कुशवाहा का बिंदू नंबर - 4
बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी केवल एक थे घनश्याम तिवारी और हमको विश्वास पात्रों में ना रखते हुए यह बोला गया कि आप लोगों को निर्दलीय उम्मीदवार को वोट करना है और वह भी उस व्यक्ति के लिए जिसने 2014 में हमारे खिलाफ पूरे देश में अपने चैनल पर झूठी अफवाह फैलाई थी और वह व्यक्ति पैसे के पर पूरे नंबर ना होने के बावजूद भी खुलआम क्रॉस वोटिंग की चर्चा कर रहा था ऐसे व्यक्ति को हमारे समर्थकों ने स्वीकार नहीं किया।
Dholpur MLA Shobharani Kushwah Letter का बिंदू नंबर - 5
बीजेपी राष्ट्रीय नेता अभी भी मेरी समाज के कुछ गुलाम प्रवृति के ऐसे लालची लोगों को आगे करके समाज की एकता को तोड़कर 2003 के चुनावों में मुझे राजनीति से बाहर करना चाहते हैं, क्योंकि इनका पता है कि शोभा रानी कुशवाहा उस कुशवाहा की पत्नी है जिसने कभी झुकना सीखा ही नहीं चाहे सामने कितनी बड़ी ताकत क्यों ना हो और उपर से धौलपुर की सीट को हमने लगातार तीन बार जीता है तो यह जानते हैं कि अगर चौथी बार यह जीतेंगे तो इनका कद राजनीति में बढ़ जाएगा।
राष्ट्रीय नेता अपने ही प्रत्याशियों को हराने का काम कर रहे
इसलिए यह चाहते हैं कि कोई ऐसा कुशवाहा गुलाम मिल जाए जो इनकी हां में हां मिलाता रहे और यह लोग कुशवाहा समाज के वोटों को लूटते रहे, लेकिन अब तक मैंने मेरी कुशवाहा समाज ने और मेरे सभी सर्व समाज के कार्यकर्ताओं ने धोखा बहुत खा लिया अब कोई हमें दोबारा से धोखा दे यह हमारे कार्यकर्ताओं को और हमें मंजूर नहीं और किसी भी नेता का वजूद उनके कार्यकर्ताओं से होता है। इसलिए हमारे कार्यकर्ताओं ने खुद निर्णय लिया है कि वे खुद ऐसी पार्टी में नहीं रहना चाहते जिसके राष्ट्रीय नेता अपने ही प्रत्याशियों को हराने का काम करें।
मुझ पर कार्रवाई करने के लिए बहुत बहुत आभार लेकिन भाजपा ने जितनी तत्परता मुझे पार्टी से निष्कासित करने में दिखाई है अगर इतनी ही इमानदारी से पार्टी के विरोध में काम करने वाले अन्य बड़े नेताओं पर भी दिखाओगे तो आम कार्यकर्ताओं को खुशी होगी।
कौन हैं राजस्थान से भाजपा MLA Shobharani Kushwaha, जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में की क्रॉस वोटिंग