Rajasthan में सरदार शहर उपचुनाव बना भाजपा की साख का सवाल, जानिए वजह
Rajasthan में सरदार शहर में उपचुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के अलावा सभी प्रत्याशियों के नामांकन के बाद अब प्रचार प्रसार का दौर जोरों पर है। सरदारशहर सीट को लेकर जहां बीजेपी इतनी मुखर नहीं थी। वहीं अब एक सीट के लिए भी चुनाव की सारी तैयारियों का जायजा दिल्ली से लिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बीजेपी इस सीट पर चुनाव जीतकर 2023 के लिए राजस्थान में मजबूती का बड़ा संदेश देना चाहती है। वहीं कांग्रेस पिछले उपचुनावों के नतीजों को देखते हुए कॉन्फिडेंट नजर आ रही है और सहानुभूति लहर के आगे जीत का दावा कर रही है। अब तक हुए पिछले आठ उप चुनाव में बीजेपी के खाते में सिर्फ एक सीट आई है और ऐसे में बीजेपी पर उपचुनाव का ट्रैक रिकॉर्ड सुधारने का भी एक दबाव है। बीते दिनों बीजेपी ने सरदार शहर में 40 नेताओं की फौज भी चुनाव के लिए उतारी थी। आपको बता दें कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन के बाद सरदारशहर सीट पर उपचुनाव हो रहा है। जहां कांग्रेस का फोकस उपचुनाव से इतर राहुल गांधी की आने वाली भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों पर है। वही बीजेपी के केंद्रीय संगठन की ओर से सभी बड़े नेताओं को उपचुनाव पर फोकस करने को कहा गया है। जिसके बाद अब 20 नवंबर के बाद शहर में नेताओं का जमावड़ा दिखाई देगा।
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बीजेपी देना चाहती है मजबूत संदेश
बीजेपी सरदार शहर उपचुनाव के जरिए प्रदेश में बड़ा संदेश देना चाहती है। भाजपा के प्रत्याशी अशोक पींचा पहले विधायक रह चुके हैं और पिछले चुनाव में 16 हजार से अधिक वोटों से हार गए थे। ऐसे में बीजेपी ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को चुनाव की तैयारियों में लगाया है। जिससे पिछली बार हुई गलतियों को दोहराया ना जा सके। इसके अलावा बीजेपी ने भंवरलाल शर्मा के भाई को भी अपने पाले में कर लिया है। जिससे ब्राह्मण वोट बंटने के आसार बन गए हैं।
ऐसे काम करता है सहानुभूति फैक्टर
गौरतलब है कि उपचुनाव में राजस्थान का इतिहास रहा है कि यहां सहानुभूति की लहर चुनाव का पासा पलट देती है। पिछले साल वल्लभनगर सीट से कांग्रेस के दिवंगत विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत, सहाड़ा सीट से कांग्रेस के दिवंगत विधायक कैलाश त्रिवेदी की पत्नी गायत्री देवी, सुजानगढ़ से कांग्रेस के दिवंगत विधायक मास्टर भंवर लाल मेघवाल के पुत्र मनोज मेघवाल के नाम पर मतदाताओं ने मुहर लगाई थी। कांग्रेस सरदार शहर सीट पर भी सहानुभूति सेक्टर के जरिए ही चुनाव मैदान में उतरी है।
सरदार शहर सीट पर 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में
सरदारशहर विधानसभा उपचुनाव के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में आ चुके हैं। कांग्रेस ने दिवंगत विधायक भंवरलाल शर्मा के पुत्र अनिल शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है। बीजेपी से अशोक कुमार पींचा, आरएलपी से लालचंद मुंड, सीपीआई से सावरमल मेघवाल, इंडियन पीपुल्स ग्रीन पार्टी से परमाराम नायक, निर्दलीय उमेश साहू, प्रेम सिंह, सुभाष चंद्र, राजेंद्र भाम्बू, विजयपाल श्योराण, सांवरमल प्रजापत और सुरेंद्र सिंह राजपुरोहित ने नामांकन भरा है।