Rajasthan: जयपुर में भीम आर्मी के समर्थक टंकी पर चढ़े, किरोड़ी मीणा को पीड़ित परिवार से मिलने से रोका
जयपुर, 16 अगस्त। राजस्थान के जालौर में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जालौर की घटना के विरोध में जयपुर में भीम आर्मी के समर्थक सहकार मार्ग पर विधानसभा के पास पानी की टंकी पर चढ़ गए। भीम आर्मी के समर्थक सरकार से 50 लाख रूपए मुआवजे और परिवार के दो सदस्यों को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। युवकों का कहना है कि गहलोत सरकार मुआवजे की राशि में भेदभाव कर रही है। भीलवाड़ा जिले के आसींद में दलित समाज के लोगों ने सोमवार को बाजार बंद करवा दिए। उधर जालौर में स्थानीय पुलिस प्रशासन ने भाजपा सांसद किरोडी लाल मीणा को दलित छात्र के परिवार से मिलने से रोक लिया है। उनकी पत्नी और पूर्व विधायक गोलमा देवी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी है।
Rajasthan: दलित छात्र की मौत के बाद गरमाई सियासत, डैमेज कंट्रोल में जुटी कांग्रेस
पीड़ित परिवार ने की हथियार लाइसेंस की मांग
जालौर में दलित छात्र की मौत के बाद पीड़ित परिवार ने खुद की सुरक्षा के लिए हथियार लाइसेंस की मांग की है। सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री ने पीड़ित परिवार के मांग को स्वीकार करते हुए जालौर एसपी हर्षवर्धन को निर्देश दिए हैं। दलित छात्र की पिटाई के मामले में गहलोत सरकार पर चौतरफा हमला जारी है। घटना को लेकर भाजपा के साथ कांग्रेस में भी विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। कांग्रेसी विधायक पानाचंद मेघवाल ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया है। उनका इस्तीफा भी स्वीकार नहीं किया गया है। इसके साथ ही उनके विधानसभा क्षेत्र अटरू में नगर परिषद के दर्जनभर पार्षदों ने अपने इस्तीफे दिए हैं।
पायलट और डोटासरा आज करेंगे पीड़ित परिवार से मुलाकात
जालौर की घटना को लेकर कांग्रेस एक्टिव मोड में आ गई है। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का मंगलवार को पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जालौर जाने का कार्यक्रम है। दोनों नेताओं ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। समाज कल्याण मंत्री टीकाराम जूली ने पीड़ित परिवार को 8 लाख रूपए देने की घोषणा की है। मंत्री टीकाराम जूली भी जालौर पहुंच गए हैं। उन्होंने मृतक छात्र के निवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी। टीकाराम जूली ने कहा कि इस घटना की पारदर्शिता पूर्ण जांच करवाकर दोषी को निश्चित ही कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। राज्य अनुसूचित आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा पीड़ित परिजनों से मिले और प्रशासन पर निशाना साधा। विधायक बैरवा ने सरकार से 50 लाख रूपए मुआवजा देने की मांग की है।