राजस्थान के BJP-कांग्रेस के नेताओं में Twitter पर सियासी वार, देखें गर्ग, राठौड़, साेलंकी का शायराना अंदाज
जयपुर, 14 जून। राजस्थान में एक बार सियासी संकट गहराया हुआ है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर खींचतान चल रही है। पूर्व डिप्टी सीएम एक बार फिर दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। सीएम अशोक गहलोत के कई खास विधायक और मंत्री भी राजधानी दिल्ली में मौजूद हैं।
डॉ. सुभाष गर्ग की शायरी
इस बीच राजस्थान में नेताओं के बीच ट्विटर पर शायराना सियासत चल रही है। इसकी शुरुआत हुई अशोक गहलोत सरकार के तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग के उस शायराना ट्वीट से हुई, जिसमें उन्होंने पायलट समर्थक विधायकों पर निशाना साधते हुए लिखा कि 'ये मौसम ही है ऐसा। आतुर हैं परिंदे घौंसला बदलने के लिए'
राजेंद्र राठौड़ का शायराना अंदाज
डॉ. सुभाष गर्ग के इस ट्वीट का बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने भी इसी अंदाज में जवाब दिया। गर्ग के ट्वीट का रिप्लाई करते हुए राजेंद्र राठौड़ ने लिखा कि 'मुझे मालूम है उसका ठिकाना फिर कहां होगा। परिंदा आसमान छूने में जब नाकाम हो जाए'
राजस्थान के सियासतदानों का यह शायराना अंदाज यहीं नहीं थमा। अब बारी पायलट खेमे की थी। जिस तरह गर्ग ने बिना नाम लिए पायलट समर्थक विधायकों पर तंज कसा था।
वेदप्रकाश सोलंकी का पलटवार
उसी तर्ज पर पायलट कैंप के विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने बिना नाम लिए पलटवार किया। सोलंकी ने लिखा कि 'कुछ परिंदे खुद का घोंसला कभी नहीं बनाते वे दूसरों के बनाए घोंसलों पर ही कब्जा करते हैं। खुद का मतलब पूरा होते ही फिर उड़ जाते हैं। अगले सीजन में फिर किसी का घोंसला कब्जा लेते हैं। घना से भटके ये परिंदे प्यास बुझाने के लिए कभी हैंडपंप तो कभी पोखर में चोंच मारते नजर आते हैं'
घोंसला वाली शायरी सीएम के लिए
माना जा रहा है कि वेद प्रकाश सोलंकी ने नाम लिए बिना मंत्री सुभाष गर्ग के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी हमला बोला है। सोलंकी ने दूसरों के घोंसलों पर कब्जा करने वाले परिंदों का उदाहरण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए दिया है। सचिन पायलट खेमा शुरू से ही कह रहा है कि सचिन पायलट की वजह से ही राजस्थान में कांग्रेस की सरकार आई और जब सीएम बनने की बारी आई तो उनकी जगह अशोक गहलोत को बना दिया। वेद प्रकाश ने उसी की तरफ इशारा किया है।