कौन हैं राजस्थान पुलिस की यह पहली महिला कांस्टेबल पूजा चौधरी, जिनकी गांव में लगी है प्रतिमा?
सीकर। देश को सबसे अधिक फौजी देने वाले राजस्थान के अंचल शेखावाटी के गांव-गांव में शहीदों की प्रतिमाएं तो खूब देखने को मिलती हैं। अब यहां पर एक महिला कांस्टेबल की प्रतिमा भी लगाई है। नाम है पूजा चौधरी।
गांव दयाल का नांगल में लगी महिला कांस्टेबल की प्रतिमा
शेखावाटी के सीकर जिले के पाटन पुलिस थाना इलाके के गांव दयाल का नांगल में मंगलवार को उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया है। गांव के कमलेश चौधरी व कमलेश देवी की बेटी पूजा चौधरी की पिछले साल सड़क हादसे में मौत हो जाने के बाद परिजनों ने उनकी याद को चिरस्थायी बनाने के लिए प्रतिमा लगवाई है।
2015 में ज्वाइन की थी राजस्थान पुलिस
बता दें कि पूजा चौधरी वर्ष 2015 में राजस्थान पुलिस में भर्ती हुई थीं। फरवरी 2020 में इनकी पोस्टिंग राजधानी जयपुर कमिश्नरेट की भर्ती शाखा में तैनात थीं। 15 फरवरी की दोपहर एक बजे पूजा स्कूटी पर सवार होकर अपने आरपीए क्वार्टर से पीतल फैक्ट्री की तरफ ड्यूटी पर जा रही थी। ओमकार अपार्टमेंट के पास एक डंपर ने स्कूटी के टक्कर मार दी, जिससे पूजा की मौत हो गई।
अपने भाई को पढ़ाती थी पूजा
पूजा के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह राजस्थान पुलिस में भर्ती हुई तो भाई की पढ़ाई का खर्च भी उठाने लगी थी। भाई को अपने साथ आरपीए क्वार्टर में रखती थी। पूजा अविवाहित थी। उसके लिए कई रिश्ते आए थे, मगर उसने यह कहकर मना कर दिया था कि पहले वो अपने भाई को पढ़ा लिखाकर नौकरी लगाएगी। फिर शादी करेंगी।
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राजस्थान का पहला मामला हो सकता है
वन इंडिया हिंदी से बातचीत में दयाल का नांगल ग्राम पंचायत के सरपंच मालीराम बड़सरा कहते हैं कि संभवतया यह राजस्थान का पहला मामला है जब कि महिला कांस्टेबल की उसके गांव प्रतिमा लगाई गई है। मंगलवार को प्रतिमा अनावरण में शामिल होने आए पूर्व विधायक फूलचंद गुर्जर भी यह दावा करते नजर आए थे।
मजदूर माता-पिता ने वहन किया खर्च
सरपंच मालीराम बड़सरा ने बताया कि पूजा चौधरी तीन बहन व दो भाइयों में दूसरे नंबर की थी। माता-पिता मजदूरी करते हैं। कांस्टेबल बेटी की मौत के माता-पिता ने अपने खर्च पर खुद के खर्च में श्मशान की ओर जाने वाले रास्ते पर इसकी प्रतिमा लगवाई है।
भाई का नेशनल लेवल पर चयन
जिस भाई संदीप को पूजा चौधरी अपने साथ जयपुर में पढ़ाती थी उसका क्रोस कंट्री दौड़ में राजस्थान के एथलीट के रूप में नेशनल लेवल पर चयन हुआ है। वह 14 फरवरी को गांव आया तो उसका जोरदार स्वागत किया गया।