राजस्थान के 33 में से 29 जिलों में पेट्रोल का शतक, जानिए Petrol Price Hike की असली वजह
जयपुर, 28 मई। राजस्थान में लगातार बढ रहे पेट्रोल-डीजल के दामों ने आम जनता का तेल निकाल दिया है। प्रदेश के 33 में से 29 जिलों में पेट्रोल की दरों का शतक लग चुका है। मध्यप्रदेश को छोड़कर बाकी पड़ोसी राज्यों की तुलना में 10 रुपए अधिक तेल मंहगा बेचा जा रहा है, क्योंकि राज्य सरकार पड़ोसी राज्यों की तुलना में 10 प्रतिशत वैट भी ज्यादा वसूल रही है।
श्रीगंगानगर में पेट्रोल सबसे महंगा 104.67 रुपए
जयपुर में सामान्य पेट्रोल 100.17 रुपए हो चुका है। श्रीगंगानगर में पेट्रोल सबसे महंगा 104.67 रुपए, हनुमानगढ़ में 103.97, बीकानेर में 102.67, चूरू में 102 रुपए हो चुके हैं। मई में चार राज्यों में चुनाव और राजस्थान में उपचुनाव के परिणाम आने के बाद 24 दिनों में 14 बार तेल के रेट बढ़े हैं।
राजस्थान में पेट्रोल पर 36 प्रतिशत और डीजल पर 26 प्रतिशत वैट
राजस्थान पेट्रोल पंप एसोसिएशन के मुताबिक पेट्रोल पर 36 प्रतिशत और डीजल पर 26 प्रतिशत वैट है। पड़ोसी हरियाणा व पंजाब में पेट्रोल पर 25 प्रतिशत, डीजल पर करीब 16 प्रतिशत है। इसके अलावा दिल्ली में पेट्रोल पर 30 और डीजल पर 16.75 प्रतिशत, गुजरात में पेट्रोल व डीजल पर करीब 20-20 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में पेट्रोल पर 26.80 व डीजल पर 17.48 प्रतिशत वैट है। मध्यप्रदेश में पेट्रोल पर 33 व डीजल पर 23 प्रतिशत वैट है। एमपी में पेट्रोल पर 4.5 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स भी है।
राजस्थान के पड़ोसी राज्यों की स्थिति
राजस्थान पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनीत बगई ने बताया कि राजस्थान में तेल की कीमतों में पड़ोसी राज्य हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश में करीब 10 रुपए का अंतर है। हरियाणा में पेट्रोल 91.54, उत्तर प्रदेश में 90.71, दिल्ली में 93.68 रुपए, गुजरात में 90.70, पंजाब में 95.60 व मध्य प्रदेश में 102.35 रुपए पेट्रोल बेचा जा रहा है।
जरूरी वस्तुओं व खाद्य सामग्री के भी रेट बढ़ रहे
राजस्थान में सबसे ज्यादा रेट श्रीगंगानगर में पेट्रोल 104.67 रुपए और हनुमानगढ़ में 103.97 है। दोनों जिलों की तुलना करें तो 10 रुपए से अधिक मंहगा तेल बेचा जा रहा है। वहीं अन्य जिलों की तुलना में भी 7-8 रुपए से अधिक कीमत चुका रहे हैं। पेट्रोल व डीजल की दरों में बढ़ोतरी के कारण अन्य जरूरी वस्तुओं व खाद्य सामग्री के भी रेट बढ़ रहे हैं।
असर फल-सब्जियों पर भी दिखाई देने लग गया
जयपुर पेट्रोल पंप एसोसिएशन अध्यक्ष लादू सिंह ने बताया कि तेल की कीमतों के बढ़ने का असर फल-सब्जियों पर भी दिखाई देने लग गया है। दिल्ली व अन्य राज्यों से ट्रांसपोर्ट का किराया बढ़ जाने से कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। लगातार कीमतें बढ़ने से महंगाई भी बढ़ेगी।
वैट हटा दें तो कम हो सकते है भाव
हम आपको बता दें कि पेट्रोल व डीजल के दाम देश में सभी राज्यों में अलग-अलग हैं। राजस्थान में भी सभी जिलों में तेल के दामों में अंतर है। श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ में तेल सबसे महंगा है। पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद लगभग तीन गुणा दाम हो जाते हैं। केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारों का वैट हटा दें, तो डीजल और पेट्रोल का रेट लगभग 28 रुपए लीटर हो जाएगा।
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