राजस्थान के स्कूलों में हेल्थ वैलनेस का नया सेटअप, स्कूल में कोई बीमार पड़ा तो मैसेंजर देंगे एंबेसेडर को संदेश
जयपुर, 30 जुलाई। राजस्थान के सरकारी स्कूलों में अध्ययन करने वाले छात्र छात्राओं को उनके स्वास्थ्य मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया जाएगा। सरकारी स्कूलों में जल्द ही हेल्थ वैलनेस का नया सेटअप शुरू होगा। प्रदेश के 7 जिलों के बाद 2 नए जिलों को इसमें शामिल किया गया है। इसके लिए शिक्षक और विद्यार्थी इसमें एंबेसडर और मैसेंजर की भूमिका निभाएंगे। कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों को इसमें शामिल किया गया है।स्कूल में कोई भी बीमार हुआ तो मैसेंजर एंबेसडर को इसकी सूचना देंगे। इसके लिए शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर आरएससीईआरटी (राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उदयपुर) पूरे राज्य की स्कूलों के लिए चयनित 11 बिंदुओं को पाठ्यक्रम में जोड़ते हुए इसे नया रूप देगा। शिक्षा मंत्रालय तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने संयुक्त रूप से आयुष्मान भारत के तहत स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम की शुरुआत की है।
Rajasthan News: प्रदेश के नाम एक और उपलब्धि, परिवार नियोजन सेवाओं के लिए मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
हर स्कूल में होंगे दो मेसेंजर और दो एम्बेसेडर
इस योजना के तहत प्रत्येक कक्षा के हिसाब से 2 बच्चे मैसेंजर का काम करेंगे वहीं प्रत्येक स्कूल के अंदर 2 शिक्षकों को हेल्थ एम्बेसेडर बनाया जाएगा। यदि कोई बीमार है तो इसकी जानकारी मैसेंजर एम्बेसडर्स को देंगे। ताकि बच्चों को उपचार मिल सके। इसके लिए प्रदेश के 7 जिलों में शिक्षकों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जा चुकी है। स्कूलों में प्रत्येक मंगलवार को स्कूल हेल्थ एंड वैलनेस डे आयोजित होगा।
इन 11 बिंदुओं पर रहेगा फोकस
हेल्थ एंड वैलनेस कार्यक्रम के दौरान 11 बिंदुओं को फोकस रखा जाएगा। इसके तहत स्वास्थ्य जीवन शैली को बढ़ावा, प्रजनन स्वास्थ्य और एचआईवी की रोकथाम, पोषण और स्वच्छता, पदार्थ के दुरुपयोग की रोकथाम और प्रबंधन, भावनात्मक कल्याण और मानसिक स्वास्थ्य, पारस्परिक संबंध एवं स्वास्थ्य बढ़ाना, मूल्य और जिम्मेदार नागरिकता, जेंडर समानता हिंसा और चोटों से सुरक्षा, इंटरनेट और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग को बढ़ावा देना शामिल हैं।
इन जिलों में चल रहा कार्यक्रम
शिक्षा विभाग व चिकित्सा विभाग के समन्वय से सरकारी स्कूलों में हेल्थ एंड वैलनेस पर कार्यक्रम चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम 3 फरवरी 2021 को प्रदेश के धौलपुर, जैसलमेर, बारां, करौली और सिरोही में शुरू किया गया था। इसके बाद इसमें बूंदी व उदयपुर को शामिल किया गया। अब मॉडल कार्यक्रम में राजसमंद व बांसवाड़ा जिले को भी शामिल कर लिया गया है।