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जानिए कौन हैं SDM लक्ष्मीकांत गुप्ता जिन्हें लोगों ने 'जाते-जाते कर जाओ' बोलकर शर्मिंदा कर दिया

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सीकर, 17 जुलाई। राजस्थान के सीकर जिले में अजीब मामला सामने आया है। सीकर के श्रीमाधोपुर उपखंड अधिकारी (एसडीएम) लक्ष्मीकांत गुप्ता को लोगों ने 'जाते-जाते कर जाओ मेरा काम' बोल बोलकर इतना दुखी कर दिया है कि उनको बाकायदा अपने कार्यालय में एंट्री गेट पर नोटिस चस्पा करके ऐसा नहीं बोलने की गुजारिश करनी पड़ी है।

31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं श्रीमाधोपुर एसडीएम

31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं श्रीमाधोपुर एसडीएम

श्रीमाधोपुर एसडीएम लक्ष्मीकांत गुप्ता ने वन इंडिया हिंदी से बातचीत में बताया कि वे 31 अगस्त 2021 को रिटायर हो रहे हैं। इस वजह से इन दिनों जो कोई भी उनके पास किसी काम से आता है वो यही कहता है कि 'साहब...जाते जाते कर जाओ मेरा काम'

 चार माह बाद खुली एसडीएम कोर्ट

चार माह बाद खुली एसडीएम कोर्ट

लक्ष्मी कांत गुप्ता एसडीएम कहते हैं कि उनकी कोर्ट कोरोना की दूसरी लहर में बंद थी। चार माह बाद अब कुछ दिन पहले ही न्यायालय में कामकाज फिर शुरू हुआ है। राजस्व से जुड़े कई केसों में लोग बोलते हैं कि रिटायर होने से पहले उनका काम निपटा दो। हर कोई इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहा है।

एसडीएम लक्ष्मीकांत गुप्ता ने चस्पा करवाया नोटिस

एसडीएम लक्ष्मीकांत गुप्ता ने चस्पा करवाया नोटिस

इसी बात से परेशान होकर एसडीएम लक्ष्मीकांत गुप्ता ने अपने कार्यालय के प्रवेशद्वार पर एक नोटिस चस्पा करवाकर उस पर लिखवाया है कि 'यहां कार्य कानून व नियमों के अन्तर्गत निर्धारित अवधि में ही होता है। कृपया कार्यालय में 'जाते-जाते कर जाओ' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करके नहीं करें।

अलवर के रहने वाले हैं आरएएस लक्ष्मीकांत गुप्ता

अलवर के रहने वाले हैं आरएएस लक्ष्मीकांत गुप्ता

बता दें कि लक्ष्मीकांत गुप्ता मूलरूप से अलवर जिले के किशनगढ़ के रहने वाले हैं। श्रीमाधोपुर में सवा दो साल से बतौर एसडीएम कार्यरत हैं। इससे पहले स्टेट प्रोटेकल अधिकारी के रूप में सेवाएं दे रहे थे। सीकर में तहसीलदार पद पर रहे हैं।

40 साल पले निरीक्षक पर पर भर्ती हुए

40 साल पले निरीक्षक पर पर भर्ती हुए

बता दें कि लक्ष्मीकांत गुप्ता प्रोमोटी आरएएस अधिकारी हैं। 40 साल पहले भूअभिलेख निरीक्षक के पद पर भर्ती हुए थे। फिर आरटीएस में आ गए और नायब तहसीलदार व तहसीलदार के पद पर काम किया। साल 2016 में आरएएस के रूप में प्रोमोट हुए।

भाई भी रह चुके हैं आरएएस अधिकारी

भाई भी रह चुके हैं आरएएस अधिकारी

लक्ष्मीकांत गुप्ता के बड़े भाई राजेंद्र प्रसाद गुप्ता भी आरएएस अधिकारी रहे हैं। साल 2011-12 में दौसा के एसीएम पद से वीआरएस ले लिया था। इनके दूसरे भाई अलवर के कोटकासिम में बीसीएमओ के पद पर सेवाएं दे रहे हैं।

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English summary
Laxmikant Gupta SDM Shrimadhopur Sikar embarrassed to Jate Jate Kar Jao Mera Kaam before retirement
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