Dr. Ashok Panagariya : नहीं रहे पद्मश्री डॉ. अशोक पानगड़िया, कोरोना से जीतने के बाद हारे जिंदगी की जंग
जयपुर, 11 जून। देश-विदेश के जाने-माने न्यूरोलॉजिस्ट और पद्मश्री डॉ.अशोक पानगड़िया अब हमारे बीच नहीं रहे। 11 जून की दोपहर को राजस्थान की राजधानी जयपुर के आरयूएचएस हॉस्पिटल में डॉ. अशोक पानगड़िया का निधन हो गया। वे 71 साल के थे।
रोजाना सैंकड़ों मरीजों का इलाज करने वाले डॉ. पानगड़िया को करीब एक महीने पहले कोविड हुआ था और उसके बाद उनको आरयूएचएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वहां इलाज के बाद वे कोविड नेगेटिव हो गए, लेकिन कोविड की वजह से उन्हें अन्य परेशानियां हुईं और उसके बाद उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। किडनी और लंग्स इंफेक्शन के चलते वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे और डॉक्टर्स लगातार उन पर नजर रखे हुए थे।
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मशहूर न्यूरोलॉजिस्ट डॉ.अशोक पानगड़िया को 1992 में राजस्थान सरकार की ओर से मेरिट अवॉर्ड मिला था। वे एसएमएस में न्यूरोलॉजी के विभागाध्यक्ष रहे और 2006 से 2010 तक प्रिंसीपल रहे। साल 2002 में उन्हें मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने डॉ. बीसी रॉय अवॉर्ड दिया।
साल 2014 में उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया। उनके 90 से ज्यादा पेपर जर्नल में छप चुके हैं। उनकी मेडिकल और सोशल सहभागिता के चलते उन्हें यूनेस्को अवॉर्ड भी मिल चुका है। उन्हें कई लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी मिले हैं। पद्मश्री डॉ.अशोक पानगड़िया का जन्म साल 1950 में राजस्थान के जयपुर में हुआ था।