Rajasthan में गहलोत समर्थक विधायकों को लेकर आक्रामक हुई भाजपा, राठौड़ खुद करेंगे कोर्ट में पैरवी
राजस्थान में गहलोत समर्थक विधायकों के इस्तीफों को लेकर भाजपा ने आक्रामक रूख अपना लिया है। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। राठौड़ कोर्ट में मामले की खुद पैरवी करेंगे।
Rajasthan में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा के बीच 25 सितंबर को चले सियासी घटनाक्रम में दिए गए कांग्रेस विधायकों के इस्तीफों पर आने वाले दिनों में राजनीति तेज होने वाली है। भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस को राजनीतिक और विधिक रुप से घेरने की तैयारी पर काम करना शुरू कर दिया है। राजस्थान में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गुरुवार को इस मामले में जनहित याचिका दायर की है।
राठौड़ खुद करेंगे मामले की कोर्ट में पैरवी
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सवाल यह है कि जब 91 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं तो क्या सरकार बहुमत में है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा के प्रतिनिधि मिलकर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को ज्ञापन दे चुके हैं। फिर भी अभी तक विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही नहीं की है। स्पीकर खुद दलगत राजनीति से उठकर कार्य नहीं कर रहे हैं तो फिर हमें कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। राठौड़ ने कहा कि कोर्ट में इस मामले में पैरवी मैं खुद ही करूंगा। राठौड़ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले में बालासाहेब पाटिल के मामले में कहा गया है कि अगर विधायक अपना त्यागपत्र खुद दे रहे है तो उसे स्वीकार करना ही पड़ेगा। यह तो संविधान में भी लिखा है। इसलिए मैं संवैधानिक रूप से इसके लिए कोर्ट गया हूँ।
दो भागों में बँटी है कांग्रेस
केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि विधायकों ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष उसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं। मेघवाल ने कहा कि यह सब कांग्रेस पार्टी के दो भागों में विभक्त होने के कारण हुआ है। विधायक दल की बैठक में कांग्रेस का आलाकमान एक लाइन का प्रस्ताव लेकर आया था। उस प्रस्ताव पर इनकी सहमति नहीं थी और उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के पास जाकर इस्तीफे दिए हैं। उन्होंने कहा कि उनके इस्तीफे अभी विधानसभा अध्यक्ष के पास लंबित है।
मंत्री महेश जोशी ने कहा राठौड़ का बयान हास्यास्पद
विधायकों के इस्तीफे को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और जलदाय मंत्री महेश जोशी टि्वटर पर आमने-सामने हो गए। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की ओर से विधायकों के इस्तीफे को लेकर किए गए ट्वीट पर मंत्री महेश जोशी ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने वाले लोगों को लोकतंत्र में आस्था रखने की दुहाई देने वाला बयान हास्यास्पद लगता है।