Rajasthan के 5 जिलों और 12 विधानसभाओं से गुजरेगी भारत जोड़ो यात्रा, इन नेताओं को मिली बड़ी जिम्मेदारी
Rajasthan में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 5 जिलों और 12 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी। प्रदेश कांग्रेस राहुल की पदयात्रा का ज्यादा से ज्यादा राजनीतिक लाभ लेने की रणनीति पर काम कर रही है। राहुल की पदयात्रा में एक तरफ जहां ज्यादा से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लगाया जा रहा है। वहीं सामाजिक संगठनों और आम लोगों को भी इस पद यात्रा से जोड़ने की रणनीति तैयार की जा रही है। कांग्रेस इस यात्रा के माध्यम से जनता के बीच लगातार यह संदेश भी देना चाहती है कि वह एकजुट है और सरकार या पार्टी में कहीं कोई गुटबाजी का माहौल नहीं है। राहुल के पद यात्रा मार्ग को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़, मंत्री गोविंद राम मेघवाल, ममता भूपेश, मुरारी लाल मीणा सहित अन्य नेता दौसा में रहे। भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश के बाद झालावाड़ के रास्ते 3 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करेगी और उसके बाद बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर होते हुए दौसा पहुंचेगी। दौसा के बाद यात्रा अलवर होते हुए अन्य राज्य में प्रवेश करेगी।
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सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट होंगे शामिल
राहुल गांधी की इस यात्रा के साथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पूरे समय साथ रहेंगे। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी इस पदयात्रा में शामिल रहेंगे। मुख्यमंत्री गहलोत के पास गुजरात चुनाव का जिम्मा होने के कारण वे पद यात्रा की शुरुआत में शामिल होंगे। यात्रा के दौरान राहुल गांधी के जयपुर आने का कार्यक्रम भी बन सकता है।

युवाओं से कर सकते हैं मुलाकात
कांग्रेस पार्टी विभिन्न कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राओं से भी उनकी मुलाकात करवाएगी। इसके लिए जल्द ही एनएसयूआई के प्रतिनिधियों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। राहुल गांधी की युवाओं के बीच खासी लोकप्रियता है। ऐसे में पार्टी चाहती है कि राहुल को युवाओं से फीडबैक मिले और युवाओं के बीच उनका संदेश भी जाए।

राठौड़ बोले जनता से किए वादों से मुकरे प्रधानमंत्री
पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री और भाजपा ने देश के युवाओं किसानों महिलाओं आदिवासियों को दलितों से जो वादे किए थे। उन सब से मुकर गई है। राहुल गांधी सच्चे और तिरंगे का सम्मान करने वाले नेता हैं। राठौड़ ने कहा कि यात्रा का बेसिक बुनियादी मुद्दों को लेकर पीएम का ध्यान आकर्षित करने के लिए है। देश में भाईचारा सद्भाव बना रहे और युवाओं के लिए क्या कर सकते हैं। इस पर फोकस किया गया है।