राजस्थान मंत्रिमंडल विस्तार से पहले CM को याद आए 'मददगार', BSP व निर्दलीय MLA ने बचाई थी सरकार
जयपुर, 19 नवंबर। राजस्थान मंत्रिमंडल विस्तार 2021 व राजनीतिक नियुक्तियां जल्द होने वाली हैं। राजस्थान की कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चाओं के बीच सीएम अशोक गहलोत को 'मददगारों' की याद आ गई। ये वो मददगार हैं, जो कांग्रेस पार्टी से नहीं हैं, मगर जब-जब गहलोत सरकार संकट में आई तब इन्होंने संकट मोचक की भूमिका निभाई। अब देखने वाली बात यह होगी कि मंत्रिमंडल विस्तार में इन मददगारों को मौका मिलता है या नहीं।
शिविर का अवलोकन करने आए सीएम
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत धौलपुर जिले के बाड़ी के सिंगो रई में 'प्रशासन गांवों के संग' अभियान के तहत लगाए गए शिविर का अवलोकन करने आए थे। इस मौके पर सीएम गहलोत ने कहा कि भाजपा ने उनकी सरकार गिराने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। 34 दिन तक सरकार होटलों में रही। जिन लोगों ने सरकार बचाने में मदद की है, उन्हें मैं कभी नहीं भूल सकता। इनमें निर्दलीय और बसपा से आए विधायकों की भूमिका खास रही।
अगल साल राज्यसभा चुनाव
राजनीति के जानकारों की मानें तो अशोक गहलोत लगातार मंचों पर संकट के सरकार के सहयोगियों को याद करते रहे हैं, लेकिन अब मददगारों की याद को राजस्थान मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियां और अगले साल चार सीटों पर प्रस्तावित राज्यसभा चुनाव से भी जोड़ देखा जा रहा है।
राजस्थान में 200 विधायक
कांग्रेस
-
108
भाजपा
-
71
निर्दलीय
-
13
आरएलपी
-
3
माकपा
-
2
बीटीपी
-
2
एनएलडी
-
1
राजस्थान कांग्रेस के पास कितने विधायक?
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला था। वर्तमान में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 126 है। इनमें 108 विधायक खुद के हैं जबकि निर्दलीय, माकपा व बीटीपी का समर्थन भी शामिल है।
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