Arunachal helicopter crash : हेलिकॉप्टर क्रैश में राजस्थान के मुस्तफा बोहरा व रोहिताश्व कुमार शहीद
अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में भारतीय सेना का हेलिकॉप्टर एचएएल रुद्र क्रैश हादसे में राजस्थान ने भी दो बहादुर बेटे खो दिए। एक उदयपुर के मेजर मुस्तफा जकीउद्दीन ( मुस्तफा बोहरा ) व दूसरे झुंझुनूं के रोहिताश्व कुमार वीरगति को प्राप्त हुए हैं। राजस्थान के दो फौजी बेटे एक साथ शहीद होने पर प्रदेश में शोक की लहर है।
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21 अक्टूबर 2022 को अरुणाचल प्रदेश में हेलिकॉप्टर हादसा टूटिंग हेडक्वार्टर से 25 किलोमीटर दूर सियांग जिले के गांव सिंगिंग में हुआ है। सियांग के लिकाबली से उड़ान भरने वाले इस हेलिकॉप्टर में दो पायलट समेत पांच जवान सवार थे। चार जवानों के शव बरामद कर लिए गए हैं जबकि पांचवें की तलाश की जा रही है।

शहीद मेजर मुस्तफा जकीउद्दीन, उदयपुर राजस्थान
बता दें कि शहीद मेजर मुस्तफा जकीउद्दीन मूलरूप से राजस्थान के उदयपुर जिले के खेरोदा के रहने वाले थे। परिवार वर्तमान में उदयपुर शहर के हाथीपोल क्षेत्र के अजन्ता गली में रहता है। 27 वर्षीय मेजर मुस्तफा जकीउद्दीन की शहादत की सूचना उनके परिजन अली अजगर को अरुणाचल प्रदेश यूनिट से मिली। शहीद मेजर मुस्तफा जकीउद्दीन की पार्थिव देह रविवार को उनके घर पहुंच सकती है।
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छह साल पहले फौजी बने थे मुस्तफा जकीउद्दीन
परिजनों ने बताया कि मुस्तफा जकीउद्दीन करीब छह साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वर्तमान में मेजर मुस्तफा अरुणाचल प्रदेश के ट्विंग क्षेत्र में पदस्थापित थे। एनडीए पास करने के बाद बतौर लेफ़्टिनेंट इंडियन आर्मी ज्वाइन की थी। बाद में कैप्टन व मेजर के पद पर पदोन्न्त हुए। मुस्तफा जकीउद्दीन की शुरुआती पढ़ाई सेन्ट पॉल स्कूल उदयपुर से हुई।

मुस्तफा बोहरा की हो चुकी थी सगाई
बता दें कि मुस्तफा बोहरा का कुछ समय बाद ही निकाह होने वाला था। सगाई उदयपुर की युवती के साथ हुई है। युवती फिलहाल पुणे में हैं। मुस्तफा जकीउद्दीन की शहादत की सूचना पर उदयपुर के लिए रवाना हो गई। मुस्तफा के पिता जकीउद्दीन कुवैत में काम करते हैं। वे भी उदयपुर आ रहे हैं। इनकी बहन डॉ. अलफिया डेंटिंस्ट है।

शहीद रोहिताश्व कुमार, झुंझुनूं राजस्थान
अरुणाचल प्रदेश हेलिकॉप्टर हादसा 2022 में शहीद होने वाले राजस्थान के दूसरे बेटे रोहिताश्व कुमार झुंझुनूं जिले के गांव पोषाणा की खैरवा की ढाणी के रहने वाले थे। रोहिताश्व के शहादत की सूचना पर गांव पोषाणा में दिवाली की खुशियों के बीच मातम छा गया।

2010 में फौजी बने थे रोहिताश्व कुमार
मीडिया से बातचीत में परिजनों ने बताया कि रोहिताश्व कुमार 26 अक्टूबर 2010 को भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। गांव जेतपुरा की सुभिता के साथ रोहिताश्व की शादी हुई थी। इनके पांच साल की बेटी रितिका है। रोहिताश दो भाइयों में सबसे बड़े थे।
शहीद
जय
सिंह
की
चिता
को
7
साल
की
बेटी
ने
दी
मुखाग्नि,
दो
सगी
बहनों
के
फौजी
पति
देश
पर
कुर्बान