एक अक्टूबर से खुल रहे एमपी के नेशनल पार्क, कान्हा से लेकर संगमरमरीय वादियों की सैर का मजा
जबलपुर, 28 सितंबर: एमपी में नेशनल पार्क और संगमरमरीय वादियों की सैर करने वाले पर्यटकों के लिए अब इंतजार अब ख़त्म हो गया है। बारिश के मौसम में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, पन्ना नेशनल पार्को में लगे ताले एक अक्टूबर से खुलने जा रहे है। वही इन जगहों पर पहुंचने का जंक्शन जबलपुर का खुबसूरत धुंआधार जलप्रपात देखने के साथ यहां भेड़ाघाट में नौका विहार का आनंद भी मिलेगा। नए सीजन में इन पर्यटन स्थलों में पहले हफ़्ते की बुकिंग हाउस फुल हो गई है। वही पर्यटकों को आकर्षित करने इन इलाकों में ख़ास तैयारियां की गई हैं।
1 अक्टूबर से पर्यटन का लुत्फ़
बारिश के मौसम में वन्य प्राणियों और पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर मप्र के नेशनल पार्क और कई टूरिस्ट प्लेस बंद कर दिए जाते है। लेकिन एक अक्टूबर से एमपी के कान्हा, बांधवगढ़, पन्ना, पेंच नेशनल पार्क खुलने जा रहे है। इन जगहों को घूमने का मन बना चुके पर्यटकों के लिए अब इंतजार ख़त्म हो चुका हैं। पार्क प्रबंधन ने पर्यटकों के लिहाज से जरुरी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
एमपी के सभी पार्क हाउस फुल
पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जबलपुर रीजन में आने वाले सभी नेशनल पार्क दो हफ़्ते पहले ही फुल हो चुके है। अक्टूबर के पहले हफ़्ते की लोगों ने पहले ही बुकिंग करा ली थी। कोरोनाकाल के बाद यह साल पर्यटकों के लिए इसलिए भी ख़ास है क्योकि आर्थिक मंदी में थोड़ी गिरावट आई हैं। इस वजह से सुविधाजनक जिन होटल लॉज ने अपना कारोबार बंद रखा था, वह नए अंदाज और सुविधाओं के साथ टूरिस्ट को लुभा रहे है।
टूरिस्ट के लिए जंक्शन बना जबलपुर
एमपी में यदि आप पहुंचते है तो जबलपुर ऐसी जगह है, जहां से कान्हा, बांधवगढ़, पन्ना, पेंच नेशनल पार्क पहुंचना बहुत आसान है। इन जगहों से इन चारों पार्क तक पहुँचने की अधिकतम दूरी 250 किमी है। साथ ही टूरिस्ट के लिए यहां सड़क रेल मार्ग से इन जगहों पर पहुंचना आसान है। जिन सैलानियों ने इन जगहों के लिए पहले से ही बुकिंग करा रखी है, उनके रिसॉर्ट होटल में ख़ास इंतजाम है। जबलपुर में भी ऑनलाइन सुविधा के अलावा पर्यटन विभाग ने रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और अन्य जगहों पर टूरिस्ट काउंटर खोले है, ताकि पर्यटकों को कोई परेशानी ना हो।
जबलपुर संगमरमरीय वादियों का लुत्फ़
जबलपुर से अन्य जगहों पर पहुंचने वाले टूरिस्ट यहां भेड़ाघाट और विश्व प्रसिद्द वाटर फॉल धुंआधार जरुर जाते है। संगमरमर की चट्टानों से गिरती नर्मदा की जलधारा से उठती दूधिया फुहार टूरिस्ट का मन खुश कर देती है। वही भेड़ाघाट में नौका विहार का अलग मजा है। इसके लिए भी टूरिज्म डिपार्टमेंट सभी जरुरी तैयारियां पूरी कर चुका है।
नए टूरिस्ट प्लेस का भी प्रचार
नेशनल
पार्क,
भेड़ाघाट,
धुंआधार
पहुंचने
वाले
पर्यटकों
को
इस
बार
नए
छोटे
टूरिस्ट
स्पॉट
की
भी
जानकारी
भी
दी
जाएगी
।
ताकि
महाकौशल
अंचल
के
टूरिज्म
को
बढ़ावा
मिले।
अपने
निर्धारित
वक्त
में
यदि
टूरिस्ट
के
पास
वक्त
बचता
है,
तो
वह
आसपास
नर्मदा
क्षेत्रों
से
लगी
खुबसूरत
जगहों
पर
भी
जाकर
अपना
मन
बहला
सकते
है।
कोरोनाकाल
के
दौरान
पाबंदी
की
वजह
से
विदेशी
सैलानियों
की
गर्मी
सीजन
में
कमी
थी,
लेकिन
माना
जा
रहा
है
बारिश
के
बाद
इस
सीजन
में
विदेशी
पर्यटकों
की
संख्या
पहले
की
तरह
ही
होगी।
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