Balaghat News: ढाई साल से बंद है ट्रेन, बालाघाट के पैसेंजर्स ने रेल रोको आंदोलन का किया ऐलान
(Balaghat News) बालाघाट के कटंगी तिरोड़ी से नागपुर के बीच चलने वाली बंद पैसेंजर ट्रेन का मामला अब बड़े आंदोलन की शक्ल लेने जा रहा है। कोरोना के दौरान बंद हुई इस ट्रेन को रेलवे दोबारा शुरू करने तैयार नहीं। इससे स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पठार संघर्ष समिति ने रेल रोको आंदोलन का ऐलान कर दिया है। इससे रेल प्रशासन में हडकंप है।
मॉयल नगरी तिरोड़ी से नागपुर चलती थी Train
बालाघाट जिले और आसपास के लोगों को महाराष्ट्र सीमा और नागपुर आवाजाही के लिए तिरोड़ी की ट्रेन का बड़ा सहारा था । लेकिन कोरोना काल के दौरान देशभर की जब ट्रेन परिचालन पर पाबंदी लगी, तो इस ट्रेन को बंद कर दिया था। ढाई साल गुजरने को है और इस दौरान बंद पैसेंजर कई ट्रेन दोबारा शुरू कर दी गई है। लेकिन तिरोड़ी से नागपुर की ट्रेन दोबारा शुरू होने का अभी तक कोई ठिकाना नहीं है।
रोजगार के साथ आर्थिक गतिविधियां हो रही प्रभावित
क्षेत्र के लोग इस ट्रेन के दोबारा शुरू ना होने से बेहद परेशान है। नागपुर दिहाड़ी मजदूरी करने यहां से सैकड़ों लोग अप डाउन करते थे। सड़क मार्ग से नागपुर पहुंचना ना सिर्फ ज्यादा खर्चीला है, बल्कि समय भी ज्यादा लगता है। दोबारा ट्रेन के शुरू ना होने से लोगों के रोजगार के साथ क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों पर भी अब असर पड़ने लगा है।
DRM ने 15 दिनों में ट्रेन शुरू करने का दिया था भरोसा
इस मामले को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि ज्यादा दिलचस्पी लेते नहीं दिख रहे। इस वजह से पठार संघर्ष समिति क्षेत्र की जनता की इस लड़ाई में सड़क पर है। समिति ने पिछले दिनों दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मंडल प्रबंधक मनिंदर सिंह उप्पल से मुलाकात की थी। उन्होंने भरोसा दिया था 15 दिनों में ट्रेन हर हाल में शुरू कर दी जाएगी। डेढ़ महीने से ज्यादा वक्त गुजर गया लेकिन ट्रेन शुरू नहीं हुई। रेल प्रशासन की दलील है कि तकनीकी कारणों से ट्रेन शुरू होने में देरी हो रही है।
16 अक्टूबर को रेल रोको आन्दोलन ऐलान
इधर रेल प्रशासन के रवैये से खफा स्थानीय लोगों ने पठार संघर्ष समिति के साथ रेल रोको आन्दोलन का ऐलान कर दिया है। १६ अक्टूबर को सैकड़ों की संख्या में लोगो रेल पटरियों पर प्रदर्शन करेंगे। पठार संघर्ष समिति संयोजक आंजनबिहरी और दीपक पुष्पतोड़े ने कहा है कि इस दौरान पड़ोस के रूट से गुजरने वाली ट्रेन रोकी जाएगी। जिसमें यदि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति बनती है तो रेल प्रशासन जिम्मेदार होंगा।
ये भी पढ़े-रिंग रोड का रोड़ा, एक सैकड़ा गांवों की जमीन की रजिस्ट्री पर बैन