WHO ने यूरोपीयन देशों को चेताया, वक्त से पहले ढील दी तो हालात होंगे बेकाबू, वैक्सीन पर भी चेतावनी जारी
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस को लेकर यूरोपीयन देशों के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगर कोविड नियमों में छूट दी गई तो वहां भी भारत जैसी तबाही मच सकती है।
नई दिल्ली, अप्रैल 30: भारत में कोरोना की स्थिति पूरी तरह से बेकाबू और इसले देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने यूरोपीयन देशों के लिए चेतावनी जारी की है। डब्ल्यूएचओ ने यूरोपीयन देशों को कहा है कि अगर वो कोरोना गाइडलाइंस को लेकर समय से पहले ढील देते हैं तो स्थिति भयावह होने में बिल्कुल भी वक्त नहीं लगेगा। डब्ल्यूएचओ ने यूरोपीयन देशों को भारत का हवाला देकर चेतावनी जारी की है कि अभी कोविड-19 को लेकर ढील देने का वक्त नहीं आया है, लिहाजा यूरोपीयन देशों को सतर्क रहना चाहिए। वहीं, डब्ल्यूएचओ ने वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन में गरीब देशों की स्थिति को देखते हुए चिंता जाहिर की है।
भारत का उदाहरण
डब्ल्यूएचओ के यूरोपीयन यूनियन रीजन के हेड हेंस क्लूजे ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 'इस वक्त विश्व के कई देशों में कोरोना वायरस का अलग अलग वेरिएंट आ चुका है, जो इस महामारी को काफी तेजी के साथ विस्तार दे रहा है और ऐसे वक्त में कोरोना गाइडलाइंस में छूट देना खतरनाक साबित हो सकता है। अगर यूरोपीयन देश छूट देते हैं तो कुछ ही दिनों में फिर से तबाही मच सकती है और भारत जैसी स्थिति कहीं भी हो सकती है'
यूरोपीयन देश दे सकते हैं छूट
डब्ल्यूएचओ के यूरोपीयन यूनियन रीजन के हेड हेंस क्लूजे का बयान उस वक्त आया है जब कई यूरोपीयन देश कोविड 19 को लेकर छूट देने की सोच रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अगले हफ्ते से कई देश लॉकडाउन समेत अलग अलग कोविड 19 रिस्ट्रिक्शन में छूट देने वाले हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत जैसे देशों की स्थिति को दरकिनार करते हुए यूरोपीयन देश छूट देने की प्लानिंग कर रहे हैं, जिसकी वजह से भारी तबाही मच सकती है। ब्रिटेन ने भी कोविड नियमों में ढील देनी शुरू कर दी है वहीं फ्रांस ने भी छूट देनी शुरू कर दी है। हालांकि, जर्मनी के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन जरूर है, लेकिन माना जा रहा है कि अगले हफ्ते से कोरोना गाइडलाइंस और लॉकडाउन में नरमी बरती जा सकती है।
अमीर देशों के पास 82% वैक्सीन
वहीं, डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि दुनिया में वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन में अमीर देश स्वार्थी साबित हो रहे है। डब्ल्यूएचओ चीफ ने कहा कि दुनिया में 82 प्रतिशत से ज्यादा वैक्सीन सिर्फ अमीर देशों के पास है, जबकि गरीब देश वैक्सीन की एक एक खुराक के लिए तरस रहे हैं। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक गरीब देशों को अभी तक वैक्सीन का सिर्फ 0.3 प्रतिशत डोज ही मिला है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख डॉ. टेड्रोस अधानोम गेब्रेसस ने अमीर देशों के इस रवैये पर चिंता जाहिर की है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख डॉ. टेड्रोस अधानोम गेब्रेसस ने कहा है कि गरीब देशों तक वैक्सीन का नहीं पहुंचना बेहद चिंता की बात है, जबकि अमीर देशों ने 82 प्रतिशत से ज्यादा वैक्सीन पर कब्जा जमा रखा है। उन्होंने कहा कि दुनिया में इस वक्त एक अरब से ज्यादा वैक्सीन डोज मौजूद है, जिसका 82 प्रतिशत हिस्सा अमीर देशों के पास है।
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