
VIDEO: पढ़ाई के लिए विश्वविद्यालय के सामने खड़ी लड़कियों को तालिबानी अधिकारी ने कैसे पीटा?
Taliban official beating women: अफगानिस्तान पर जबरन शासन करने वाले तालिबान ने लड़कियों को शिक्षा से अभी तक वंचित कर रखा है और अपगानिस्तान में लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध लगा हुआ है। हालांकि, अफगानिस्तान के कई इलाकों में लड़कियों के लिए कुछ गुप्त स्कूल जरूर खुल गये हैं, लेकिन अफगानिस्तान की लड़कियां पढ़ाई का हक पाने के लिए अभी भी संघर्ष कर रही हैं। वही, अफगानिस्तान का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें तालिबान के एक अधिकारी को पढ़ाई का हक मांग रही छात्राओं को पीटते हुए देखा जा रहा है।

लड़कियों की पिटाई
अफगानिस्तान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें तालिबानी अधिकारी को लड़कियों की पिटाई करते हुए देखा जा रहा है। इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक,छात्रों को बुर्का नहीं पहनने के लिए पूर्वोत्तर अफगानिस्तान के एक विश्वविद्यालय में एंट्री देने से भी रोक दिया गया। सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से शेयर किए गए वीडियो में पिछले हफ्ते बदख्शां विश्वविद्यालय के गेट के बाहर तालिबान के अधिकारियों ने छात्राओं की पिटाई की है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान तालिबान की धार्मिक पुलिस भी मौके पर मौजूद थी, जिसने छात्राओं की काफी पिटाई की है। वीडियो में एक गार्ड को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए छात्राओं का पीछा करते हुए देखा जा सकता है। वहीं, वीडियो में देखा जा रहा है, कि विश्वविद्यालय का गेट खुलवाने के लिए छात्राएं उसे पीट रही हैं, जिसके बाद तालिबान के अधिकारियों ने उनकी पिटाई कर दी। छात्राओं ने कहा कि बुर्का नहीं पहनने पर उन्हें प्रवेश से वंचित कर दिया गया।
طالبان در بدخشان، دختران دانشجو را به بهانه رعایت نکردن حجاب طالبانی لتوکوب کردند. pic.twitter.com/886v0zaSHi
— Mukhtar wafayee مختار وفایی (@Mukhtarwafayee) October 30, 2022
विश्वविद्यालय ने दिया आश्वासन
वहीं, अफगानिस्तान के सरकारी खम्मा प्रेस ने बताया कि, विश्वविद्यालय के वीसी नकीबुल्लाह काजीजादा ने छात्राओं को आश्वासन दिया कि उनके शिक्षा के अधिकार के अनुरोधों को पूरा किया जाएगा। आपको बता दें कि, पिछले साल अगस्त में सत्ता हथियाने के बाद से तालिबान ने महिलाओं तमाम अधिकारों की छीन लिया है और उनकी पढ़ाई-लिखाई पर भी पाबंदी लगा दी है। इतना ही नहीं, तालिबान ने लड़कियों को पढ़ाई करने के लिए विदेश जाने की अनुमति देने पर भी रोक लगा रखी है। इसी साल अगस्त महीने में रूसी समाचार एजेंसी स्पूतनिक ने सूत्रों के हवाले से आगे बताया था कि, तालिबान ने छात्राओं को कजाकिस्तान और कतर में अध्ययन के लिए काबुल छोड़ने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। स्पुतनिक ने रिपोर्ट दी थी, कि काबुल से कुछ लड़के और लड़कियां पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहते थे, लेकिन तालिबान नहीं चाहता कि महिलाएं शिक्षित होकर उनकी बराबरी करे। इसलिए उसने लड़कियों को पढ़ाई के लिए बाहर जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
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