अमेरिकी उपराष्ट्रपति की नॉर्थ कोरिया को धमकी, शांति और धैर्य का दौर अब खत्म
अमेरिकी उप-राष्ट्रपति माइक पेंस ने दी नॉर्थ कोरिया को धमकी। कहा अब शांति और धैर्य का युग खत्म हो चुका है। कहा राष्ट्रपति ट्रंप को उम्मीद चीन तनाव बढ़ने से रोकने में मदद करेगा।
सियोल। अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के लगातार तनावपूर्ण संबंधों के बीच ही अमेरिकी उप-राष्ट्रपति माइक पेंस ने नार्थ और साउथ कोरियन बॉर्डर का दौरा किया। उन्होंने इस दौरान न सिर्फ अमेरिकी एयरबेस का निरीक्षण किया बल्कि नॉर्थ कोरिया को चेतावनी भी दी है। पेंस के नए बयान से साफ है कि दोनों देशों के बीच तनाव नए स्तर पर पहुंच चुका है।
अमेरिका के धैर्य ने दिया जवाब
नॉर्थ कोरिया के असफल मिसाइल परीक्षण के बाद पेंस ने अपना दौरा खत्म किया है। पेंस ने नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन को धमकी देते हुए कहा है कि अब अमेरिका के लिए शांति का दौरा खत्म हो गया है क्योंकि अब धैर्य जवाब दे गया है। पेंस 10 दिनों तक एशिया की यात्रा पर हैं और उन्होंने कहा कि उन्हें बॉर्डर पर पहुंचकर काफी अच्छा लग रहा है। पेंस ने मीडिया से कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस बात की पूरी उम्मीद है कि चीन इस मुद्दे पर नॉर्थ कोरिया पर दबाव बनाएगा और तनाव को रोकने की कोशिश करेगा। पेंस ने इस दौरान साउथ कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति हवांग क्यों-अहान से भी मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने नॉर्थ कोरिया को रोकने के तरीकों पर चर्चा की। ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) लेफ्टिनेंट जनरल एचआर मैकमास्टर ने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप कोई भी बड़ा फैसला फैसला ले सकते हैं।
अचानक हो सकता है नॉर्थ कोरिया पर हमला
दूसरी ओर ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि जिस तरह से ट्रंप ने सीरिया पर हमले का फैसला लिया था। उसी तरह से वह अचानक ही नॉर्थ कोरिया पर हमले का आदेश दे सकते हैं। ब्लूमबर्ग ने यह बात व्हाइट हाउस के सूत्रों के हवाले से दी है।चीन ने भी इस बात की चेतावनी दी है कि अमेरिका और नॉर्थ कोरिया आमने-सामने हैं और किसी भी पल इस क्षेत्र में युद्ध की शुरुआत हो सकती है। चीन के विदेश मंत्री वांग याई ने यह चेतावनी दी थी और कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव जिस तरह से बढ़ रहा है, उससे तो यही लग रहा है और अगर युद्ध छिड़ा तो इसका विजेता कोई भी देश नहीं होगा।वांग की टिप्पणी ऐसे समय में आई है अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर चिंता जाहिर की है। साथ ही अमेरिका ने नेवी कैरियर को कोरियाई प्रायद्वीप में तैनात करने पर भी चिंता जाहिर की है। गौरतलब है कि चीन इस समय दुनिया का अकेला ऐसा देश है जो नॉर्थ कोरिया का समर्थन कर रहा है। पढ़ें-चीन की चेतावनी, इन दो देशों के बीच किसी भी पल छिड़ने वाला है युद्ध