चीन की चेतावनी, इन दो देशों के बीच किसी भी पल छिड़ने वाला है युद्ध
अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच किसी भी पल हो सकता है युद्ध का आगाज। चीन के विदेश मंत्री ने दी चेतावनी अगर हुआ युद्ध तो फिर कोई विजेता नहीं होगा। अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच तनाव को लेकर डरा चीन।
बीजिंग। चीन ने दुनिया को चेतावनी दी है कि नॉर्थ कोरिया और अमेरिका के बीच किसी भी पल जंग का आगाज हो सकता है। विदेश मंत्री वांग याई ने यह चेतावनी दी है और कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव जिस तरह से बढ़ रहा है, उससे तो यही लग रहा है और अगर युद्ध छिड़ा तो इसका विजेता कोई भी देश नहीं होगा।
खत्म हो जाएगा नॉर्थ कोरिया का शासन
वांग की टिप्पणी ऐसे समय में आई है अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर चिंता जाहिर की है। साथ ही अमेरिका ने नेवी कैरियर को कोरियाई प्रायद्वीप में तैनात करने पर भी चिंता जाहिर की है। चीन दुनिया का अकेला ऐसा देश है जो नॉर्थ कोरिया का समर्थक है।
डर से उड़ी चीन की नींद
उसे डर है कि अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच युद्ध शासन के खत्म होने की वजह बन सकता है और साथ ही साथ उसके बॉर्डर के लिए भी परेशान का सबब बन सकता है। वांग ने कहा, 'मुझे लगता हे कि इस स्थिति को लेकर सभी पक्षों को उच्च स्तर पर सतर्क रहने की जरूरत है। हम सभी पक्षों से एक-दूसरे को धमकाने या भड़काने से रोकने की अपील करते हैं चाहे वह शब्दों के जरिए हो या फिर कार्रवाई के जरिए हो। इस स्थिति को और अकाल्पनिक नहीं बनाना चाहिए।'
मिलिट्री ने दी अमेरिका को धमकी
गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जब चीन की असुविधा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा है कि नॉर्थ कोरिया की समस्या को ध्यान से सुलझाया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि अगर चीन, मदद करने का फैसला लेता तो अच्छा होगा लेकिन अगर वह अमेरिका की मदद नहीं करता है तो फिर अमेरिका अकेले ही इस समस्या को सुलझाएगा।
तो बच नहीं पाएगा अमेरिका
शुक्रवार को नॉर्थ कोरिया की मिलिट्री ने कहा है कि वह अमेरिकी आक्रामकता का कड़ा जवाब देगी। नॉर्थ कोरिया की न्यूज एजेंसी केसीएनएस ने शुक्रवार को मिलिट्री की ओर से जारी बयान को पढ़ा है। इसमें कहा गया है कि अमेरिका और इसकी नेवी के खिलाफ उसका सबसे बड़ा हमला होगा और इस हमले में उनके लिए अपनी जान बचा पाना भी मुश्किल होगा।
अमेरिका ने दिया अफगान हमले से एक इशारा
अमेरिकी सरकार ने गुरुवार को अफगानिस्तान पर अपना सबसे बड़ा बम गिराया और शुक्रवार को वीडियो को जारी कर दिया। शायद अमेरिका चाहता है कि उसके संभावित दुश्मन उसके ताकतवर हथियारों के बारे में जान सके। यह हमला उस समय हुआ है जब अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के रिश्ते पहले ही तनावपूर्ण हैं और उसने कुछ ही दिनों पहले सीरिया पर 59 टॉमहॉक मिसाइलें दागी हैं।