अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसियों का दावा 30 अगस्त की हरकत से चीन ने भारत को भड़का दिया
वॉशिंगटन। अमेरिका का मानना है कि 29 और 30 अगस्त को लद्दाख के चुशुल में चीन ने घुसपैठ की जिस नई घटना को अंजाम दिया है, उसके बाद उसने भारत को जान-बूझकर भड़काने का किया है। अमेरिकी इंटेलीजेंस एंजेंसियों की तरफ से यह अनुमान लगाया गया है। इस इंटेलीजेंस रिपोर्ट के मुताबिक चीन इस बात से खासा नाराज है कि जैसे ही पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के स्थानीय कमांडर को अहसास हुआ कि हिंसा हो सकती है तो उसने अपनी सेनाओं को पीछे कर लिया। वेबसाइट यूएस न्यूज की तरफ इस बात की जानकारी दी गई है।
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अपने अधिकारी से नाराज चीनी मिलिट्री कमांडर्स
यूएस न्यूज के मुताबिक हाल के समय में परमाणु शक्ति से लैस दोनों देशों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। कई माह से दोनों देशों के बीच टकराव जारी है और इसके बीच ही पिछले दिनों 100 मील दूर एक और क्षेत्र को लेकर संघर्ष शुरू हो गया है। भारत और चीन दोनों ही एक-दूसरे पर हालिया घटना को बढ़ावा देने का दोषी ठहरा रहे हैं। अमेरिका मानता है कि भारत की सेनाओं ने किसी भी तरह के नुकसान को बचा लिया है। यूएस न्यूज की मानें तो चीन के अधिकारियों के बीच 30 अगस्त को हुई घटना के बाद खासा गुस्सा है। पैंगोंग त्सो का दक्षिणी हिस्सा घुसपैठ के बाद भी भारत के नियंत्रण में पूरी तरह से आ चुका है। इसके साथ ही पीएलए के ऑफिसर जो अमेरिकी सेना में कर्नल की रैंक के बराबर, उन्होंने अपनी सेनाओं को पीछे हटने को कहा। उनका आदेश बीजिंग में मिलिट्री कमांडर्स को खासा नाराज कर गया है।
घुसपैठ की टाइमिंग से हैरान अमेरिका
इस रिपोर्ट का कहना है कि भारतीय सेना ने चीन की तरफ से किसी भी आक्रामकता का जवाब देने के लिए इस बार खुद को काफी बेहतर ढंग से तैयार किया था। अमेरिकी इंटेलीजेंस अधिकारी इस घुसपैठ की टाइमिंग को देखकर हैरान हैं। उनका मानना है कि ऐसे समय में जब चीन तनाव को कम करना चाहता है तो उसकी तरफ से ऐसी हरकत भारत को भड़काने वाली है। साथ ही वह अब यह भी मान रहे हैं कि इस घटना के बाद भारत और अमेरिका के बीच आपसी सहयोग और बढ़ेगा। रिपोर्ट में क्वाड ग्रुप की उस वर्चुअल मीटिंग का जिक्र है जो इस माह होने वाली है। इस मीटिंग में भारत के अलावा, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया भी शामिल होंगे। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि वह भारत और चीन के बीच तनाव का हल शांति से होते देखना चाहता है।