झुलस रहा यूक्रेन : अमेरिका ने पहली बार रूस से की बातचीत, नहीं निकला ठोस नतीजा, जंग जारी
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोयगु ने यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार फोन पर बातचीत की है। हालांकि, बातचीत में जंग के समाप्त किए जाने को लेकर कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है।
वाशिंगटन: यूक्रेन पूरी तरह से जंग में तबाह हो चुका है। वहीं, रूस जल्द से जल्द यूक्रेन के शहरों पर कब्जा करने के लिए अपनी सेना को जंग की आग झोंक दिया है। तबाही और बर्बादी के करीब दो महीने बाद अमेरिका और रूस के रक्षा मंत्री ने पहली बार फोन पर बातचीत की है। बता दें कि, शत्रुता में किसी भी गलतफहमी या अन्य विवाद से बचने के लिए अमेरिका और रूसी रक्षा और सैन्य नेताओं के बीच सीधा संचार महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके तहत दोनों नेताओं के बीच अहम मुद्दों पर बातचीत हुई है।
जंग और बातचीत एक साथ
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोयगु ने यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार फोन पर बातचीत की है। हालांकि, बातचीत में जंग के समाप्त किए जाने को लेकर कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है। वहीं, रूस लगातार यूक्रेन की धरती पर आग के गोले बरसा रहा है। यूक्रेन तबाह होता जा रहा है और दुनिया जंग के खत्म होने का इंतजार कर रही है।
एक जंग ऐसा भी....
अमेरिका, रूसी आक्रमकता के खिलाफ दुनिया के देशों से संपर्क बनाए हुए है। अधिकारियों का कहना है कि बातचीत के बाद भी मॉस्को के रूख में बदलाव के कोई भी संकेत नहीं मिले हैं। इससे हम यह अनुमान लगा सकते हैं कि आने वाले दिनों में भी यूक्रेन जंग की आग में झुलसता ही रहेगा। लगता है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अब जंग से पीछे हटने वाले नहीं हैं। वे जल्द से जल्द यूक्रेन के महत्वपूर्ण शहरों पर कब्जा करना चाहते हैं।
रूस रुकेगा नहीं, और यूक्रेन झुकेगा नहीं....
वहीं, अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने अपने एक बयान में कहा है कि अमेरिका ने बातचीत में रूस से यूक्रेन में तत्काल संघर्षविराम करने का आग्रह किया है। उसने बातचीत के माध्यम खुले रखने पर जो दिया है। रक्षा विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक रूस और अमेरिका के बीच कई घंटे संघर्षविराम को लेकर चर्चा हुई। लेकिन अभी भी जंग के खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। बता दें कि यूक्रेन में जंग को शुरू हुए 12 हफ्ते हो चुके हैं। 24 फरवरी को रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला किया था।
रूसी सैनिकों के कहर से यूक्रेन ध्वस्त
जंग के शूरू होने के बाद से लेकर अब तक लाखों लोग यूक्रेन से पलायन कर चुके हैं। हजारों लोग अब तक मारे गए हैं और आगे भी मौत का मंजर शायद जारी ही रहेगा। बता दें कि, बूचा शहर में हुए नरसंहार से पूरी दुनिया हिल गई थी। दुनिया ने देखा की कैसे रूसी सैनिकों ने बेरहमी से लोगों की हत्या की थी। पश्चिमी नेताओं ने इस नरसंहार की कड़े शब्दों में निंदा की थी।
यूक्रेन को मिल रहा अमेरिका का बैकअप, रूस को हो रही परेशानी
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दुनिया के शक्तिशाली देशों से मदद की गुहार लगा रहे हैं. इसके बाद अमेरिका, ब्रिटेन सहित अन्य देश यूक्रेन को आर्थिक और हथियारों से मजबूत करने में मदद कर रहे हैं. जानकारों की माने तो जिस तरह अमेरिका और अन्य मित्र देश यूक्रेन की सहायता कर रहे हैं उसकी वजह से जेलेंस्की पुतिन जैसे शक्तिशाली राष्ट्रपति को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। खबरों की माने तो युद्ध की शुरूआत के बाद अमेरिका यूक्रेन को 2.4 बिलियन डॉलर से अधिक की मदद पहुंचा चुका है। साथ ही एंटिक्राफ्ट सिस्टम, जैवलिन, एंटि आर्मर सिस्टम, स्विचेबल ड्रोन, एयर सर्विलांस रडार,एमआई17 हेलिकाप्टर, 155 एमएम तोपें सप्लाई की है।
ये
भी
पढ़ें
:
जंग
जारी
है
:यूक्रेन
रूस
के
बीच
टक्कर
का
मुकाबला,
सोचने
पर
मजबूर
हुए
पुतिन