खाशोगी हत्या विवाद: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बोले सऊदी अरब के साथ हमारी 400 बिलियन डॉलर से ज्यादा की डील, अमेरिका ने दिया साथ रहने का इशारा
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसियों के उस अनुमान को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने जर्नलिस्ट जमाल खाशोगी की हत्या का आदेश दिया था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि हो सकता है सऊदी सुल्तान को हत्या के बारे में मालूम हो या फिर हो सकता है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी न हो। लेकिन ट्रंप ने इसके साथ ही किसी तरह की भावी दंडात्मक कार्रवाई से साफ इनकार कर दिया। बल्कि उन्होंने कहा कि अमेरिका इस समय सऊदी अरब के साथ खड़ा है।
सऊदी अरब के साथ संबंधों पर दिया जोर
व्हाइट हाउस की ओर से एक बयान जारी किया गया है। इस बयान की हेडलाइन है, 'स्टैंडिंग विद सऊदी अरेबिया।' बयान में राष्ट्रपति ने सऊदी अरब के साथ अमेरिका के करीबी रणनीतिक और व्यापारिक संबंधों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका की तरफ से पहले ही सऊदी के 17 नागरिकों को हत्या के लिए बैन किया जा चुका है। अपने इस बयान से उन्होंने इस तरफ भी इशारा कर दिया कि वह आगे किसी भी तरह की कार्रवाई का इरादा नहीं रखते हैं। ट्रंप ने कहा, 'हमारी इंटेलीजेंस एजेंसियों के पास पूरी इंटेलीजेंस है जिसमें कहा गया है कि सऊदी के सुल्तान को हत्या के बारे में जानकारी थी-हो सकता है उन्हें इस बारे में मालूम हो और हो सकता है उन्हें इस बारे में कुछ पता न हो।' इसके बाद ट्रंप ने कहा कि हो सकता है कि हमें हत्या के आसपास मौजूद सभी तथ्यों के बारे में जानकारी न हो।
450 बिलियन डॉलर की वजह से चुप रहेगा अमेरिका!
इसके बाद एक रिपोर्टर ने उनसे पूछा कि क्या सऊदी अरब इस हत्या से बचने की कोशिश कर रहा है। इस पर ट्रंप ने जवाब दिया, 'नहीं, नहीं, यह अमेरिका फर्स्ट के बारे में है। सऊदी अरब हमें 400 बिलियन डॉलर से ज्यादा दे रहे हैं।' व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि सऊदी अरब ने अमेरिका में 450 बिलियन डॉलर की रकम, निवेश और डील्स के जरिए अमेरिका को दी है। अमेरिका की कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी (सीआईए) के हवाले से कहा गया था कि इंटरसेप्ट्स और ऑडियो रिकॉर्डिंग्स के आधार पर कहा था कि मोहम्मद बिन सलमान की ओर से जमाल खाशोगी की हत्या का आदेश जारी किया गया था। इसके बाद इस बात का अनुमान लगाया गया था कि अमेरिका, सऊदी अरब पर कई तरह के प्रतिबंध लगा सकता है। लेकिन राष्ट्रपति सुल्तान के रोल को लेकर अभी तक दुविधा में हैं। सऊदी सुल्तान ट्रंप के दामाद और उनके सीनियर एडवाइजर जेरार्ड कश्नर के काफी करीबी हैं।