ईरान के साथ हुई परमाणु डील से अमेरिका को बाहर करने का मन बना चुके हैं डोनाल्ड ट्रंप!
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ साल 2015 में हुए परमाणु समझौते से अमेरिका को बाहर करने का फैसला कर लिया है। 12 मई को ट्रंप इससे जुड़ा कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि वह किस तरह से यह कदम उठाएंगे।
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ साल 2015 में हुए परमाणु समझौते से अमेरिका को बाहर करने का फैसला कर लिया है। 12 मई को ट्रंप इससे जुड़ा कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि वह किस तरह से यह कदम उठाएंगे। व्हाइट हाउस के दो अधिकारियों और ट्रंप प्रशासन से जुड़े एक सूत्र की ओर से बुधवार को इससे जुड़ी जानकारी दी गई है। ईरान पहले ही अमेरिका को ऐसा न करने की चेतावनी दे चुका है।
फ्रांस, ट्रंप के फैसले के साथ नहीं
ट्रंप प्रशासन से जुड़े सूत्र की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक ऐसा हो सकता है कि ट्रंप, उस अंतरराष्ट्रीय करार में अमेरिका को बरकरार रखें जिसके तहत ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को हल्का करने की सहमति जताई है और इसके बदले उसे कुछ प्रतिबंधों से राहत चाहिए। ट्रंप उेसा इसलिए करेंगे क्योंकि फ्रांस के साथ उन्हें संबंध अच्छे रखने हैं और साथ ही फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुलए मैंक्रों के सामने भी खुद की इमेज को कायम रखना है। पिछले हफ्ते मैंक्रों और ट्रंप की मुलाकात हुई थी और मैंक्रों ने ट्रंप से इस डील में बने रहने की अपील की थी। ट्रंप की ओर से ईरान को अमेरिकी प्रतिबंधों में दी गई राहत पर भी बड़ा फैसला लिया जा सकता है। वहीं इस बात की भी पूरी संभावना है कि ट्रंप का फैसला ईरान को भड़का सकता है।
ईरान और छह बड़ी शक्तियों के बीच डील
एक डिप्लोमैट की मानें तो ईरान, सीरिया, ईराक, यमन और लेबनान में अमेरिका के मित्र देशों को सजा देने के मकसद से अपने परमाणु हथियारों का प्रयोग शुरू कर दे। 12 मई को ट्रंप इस बात का फैसला लेंगे कि ईरान को दी गई ढील को कुछ प्रतिबंधों को समाप्त करके इसे नया रूप देना है या नहीं। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी की ओर से इस बात की पूरी संभावना है कि ट्रंप इस का फैसला करें कि अमेरिका को पूरी तरह से डील से बाहर नहीं करना है। इस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया है कि अभी इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि ट्रंप का फैसला किस तरह का होगा। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में ईरान और छह बड़ी महाशक्तियों-ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी, रूस और अमेरिका के बीच एक डील हुई थी। इस डील को ट्रंप ने अब तक की सबसे खराब डील करार दिया है।